बालोद जिले में कोविड-19 से लड़ने के लिए, इसके लगातार बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए, जिले के तीनों विधायक जिसमें एक कैबिनेट मंत्री अनिला भेड़िया संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद एवं विधायक बालोद संगीता सिन्हा अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार जाकर आइसोलेशन सेंटर, क्वॉरेंटाइन सेंटर, जिला अस्पताल में इलाज की स्थिति, मरीजों की सुविधाएं एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता पर निगरानी रखते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं । परिणाम स्वरूप कोरोना मरीजों के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है और रिकवरी रेट भी बढ़ रहा है। जिले में आर टी पी सी आर लैब खोला जा रहा है। दल्ली राजहरा में 100 बिस्तर ऑक्सीजन युक्त कोविड-19 खोला जा रहा है। यह सब बालोद जिला के तीनों विधायकों के अथक प्रयासों से हो पा रहा है।
किंतु बालोद जिले में कोविड-19 के दूसरे लहर फैलने के बाद से आज तक इस क्षेत्र के सांसद मोहन मंडावी जी एक बार भी जिले में नहीं आए ना ही किसी अस्पताल में गए ना ही किसी कोविड-19 सेंटर में गए कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए सांसद मोहन मंडावी द्वारा आज तक कोई भी प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है इसे उनकी निष्क्रियता कहें या उनकी मानवता मर गई है। जबकि प्रदेश के अन्य सभी क्षेत्र के सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए लगातार प्रयत्नशील है ऐसे में कांकेर लोकसभा के सांसद को भी बालोद जिला में अपनी उपस्थिति देनी चाहिए और कोरोना के प्रभाव को कम करने हेतु चिकित्सा सुविधा में सुधार लाने हेतु कार्य करना चाहिए।