कोरोना जाँच के लिए पैसे लेना शर्मनाक ।
सरकार लॉक डाउन से ज्यादा फोकस कंटेन्मेंट जोन में करे ।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि राज्य सरकार को इस कोरोना महामारी के दौर में जनता को दवा पहुचाने की चिंता नही है बल्कि सरकार घर – घर शराब पहुचाने की व्यवस्था कर रही है । संवेदनशून्य हो चुकी राज्य सरकार के इस कृत्य से प्रदेश भर में सरकार हंसी का पात्र बन चुकी है । वनवासियों से तेंदूपत्ता खरीदी में सरकार सिर्फ खाना पूर्ति करने में लगी है , इस महामारी के दौर में जब तेंदूपत्ता की खरीदी करके सरकार ग्रामीणों को कुछ आर्थिक मदद कर सकती थी परंतु दूरदर्शिता के अभाव में सरकार इस दिशा में नाकाम नजर आ रही है ।
कश्यप ने कहा कि आंध्रप्रदेश से छत्तीसगढ़ आने वाले मजदूरों से कोंटा एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में कोरोना जांच के नाम पर पैसा लिया जा रहा है ,जिसमे कोंटा में वसूली की पुष्टि हुई है , जो अत्यंत गम्भीर मामला है इस पर तत्काल कार्यवाही कर ऐसे कृत्य पर रोक लगानी चाहिए।
कश्यप ने सरकार से कहा है कि सरकार सिर्फ लॉक डाउन लगाने पर ही निर्भर न रहे बल्कि सरकार कंटेन्मेंट जोन को फोकस करे , क्योकि देखने मे आ रहा है कि कंटेन्मेंट जोन में रहने वाले लोग बेख़ौफ़ और बेरोकटोक आवाजाही कर रहे हैं और कोई उनपर ध्यान नही दे रहा है । सरकार को इस विषय पर गम्भीरता से ध्यान देने को आवश्यकता है ।