डौंडी :- बालोद जिले की एक मात्र आदिवासी ब्लाक मुख्यालय डौंडी में करोड़ो रुपयों की लागत से बन रहा 50 सीटर छात्रावास इन दिनों ठेकेदार की गलत सोच व शासन प्रशाशन को राजस्व आवक को ठेंगा दिखाते हुए अवैध मैटेरियल खुलेआम इस्तेमाल किया जा रहा है। यही नहीं ठेकेदार द्वारा नगरीय निकाय व राजस्व विभाग को भी गुमराह किया जा रहा है। जिससे प्रतीत हो रहा कि यह 50 सीटर छात्रावास भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ते जा रहा है। इस ओर जिम्मेदार विभाग की उदासीनता कई संदेहों को जन्म दे रहा।
गौरलतब है कि बालोद जिला के आदिवासी ब्लाक मुख्यालय डौंडी के ब्यायस स्कूल पीछे करोड़ो रुपए की लागत से बनाये जा रहे 50 सीटर छात्रावास भ्र्ष्टाचार के भेंट चढ़ता जा रहा है। जानकारी के अनुसार प्रथम दृश्या नीव डालने समय ही नगर के वार्ड क्रमांक 4 शासकीय भूमि के वर्षों पुरानी मुरुम मेड़ को ठेकेदार के इशारे पर खोदकर निर्माणाधीन हॉस्टल में दबंगई पूर्वक डलवाया गया है। जहां डौंडी नगरपंचायत से परमिशन भी नही लिया गया । ताज्जुब की बात यह कि इस वार्ड के पार्षद भी ठेकेदार का कोई विरोध नही किया गया। अहम बात ये की 50 सीटर इस छात्रावास में सारे नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए अवैध रेत मुरुम मिट्टी मटेरियल खुलेआम डलवाया जा रहा है। जहां राजस्व विभाग को ठेंगा दिखाए जा रहे है। वही नगरीय निकाय की खामोशी भी बड़े संदेहों को जन्म दे रहा है। असल मे यह छात्रावास का कार्य बालोद जिला एसी के माध्यम से किया जा रहा। परन्तु जिस तरह अवैध मटेरियल की सुध ना लेना इस विभाग की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा कि ठेकेदार को किसका शह प्राप्त हो रहा कि वह खुलेआम अवैध मटेरियल इस्तेमाल किया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा मुरुम रेत मिट्टी मटेरियल की कोई रॉयल्टी की रशीद नही रखा जा रहा। यदि संबंधित विभाग इस ओर सूक्ष्म रूप से जांच करती है तो कई बड़ी सच्चाई सामने आ सकती है।
यदि नगरीय निकाय क्षेत्र में अवैध मुरुम खनन की गई है तो जांच करवाकर उचित कार्रवाई होगीं।
सीएमओ नगरपंचायत डौंडी