जगदलपुर। ओडिशा सीमा से लगे माचकोट के जंगल में वनों की सुरक्षा में लगे वन विभाग के गश्ती दल पर लकड़ी चोरों ने हमला कर दिया, इस घटना में परिक्षेत्र सहायक और सुरक्षा श्रमिक घायल हो गए। वन अमले ने मौके से 13 नग साइकिल समेत ढाई घन मीटर साल लकड़ी के गोले भी जब्त किए हैं। हमलावरों में से कुछ की पहचान कर ली गई है, जिनके खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है। डीएफओ स्टायलो मंडावी ने बताया कि रविवार-सोमवार की रात लगभग 1.20 बजे माचकोट परिक्षेत्र के 10 वनकर्मी व 20 सुरक्षा श्रमिक गश्त कर रहे थे। इस बीच तिरिया सर्किल के पूर्व तिरिया बीट के कक्ष क्रमांक आरएफ 1890 की तरफ से 25-30 लकड़ी चोर सायकल में अवैध रुप से साल के गोले लाते पकड़े गए। वनकर्मियों को देख ये सभी लकड़ी चोर सायकल और लकड़ी छोड़ कर भाग खड़े हुए। वन कर्मी इसे लेकर पुरनीबंद कैंप पहुंचे और जब्त सामग्रियों की सूची तैयार कर नापजोख की जा रही थी। इस बीच घटना के करीब घंटे भर बाद ओडिशा से करीब 25-30 की संख्या में लकड़ी तस्कर वहां पहुंचे और वनकर्मियों पर पत्थरों और डंडे से हमला कर दिया। इस घटना में डिप्टी रेंजर जुगधर बघेल और सुरक्षा श्रमिक दशरथ घायल हो गए। मौके से वनकर्मियों ने 13 नग सायकल, तीन कुल्हाड़ी, 120-150 सेमी गोलाई के 13 नग साल के लट्ठे 2.578 घनमीटर जब्त किए। घटना में लगभग सभी वनकर्मियों को चोट आई है लेकिन परिक्षेत्र सहायक और सुरक्षा श्रमिक को ज्यादा चोट आई है।
डीएफओ ने बताया कि हमलावरों में से कुछ की पहचान कर ली गई है। जिनके खिलाफ विधिवत नामजद रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज कराई जा रही है। लकड़ी चोरों के खिलाफ ओडिशा और बस्तर वन मंडल की संयुक्त टीम कार्रवाई में जुटी हुई है।