राजहरा माइंस टाउनशिप मे वयाप्त ढेरों समस्याओं पर प्रबंधन के उदासीन रवैया के खिलाफ आज सीटू के नेतृत्व मे सैकडों खदान कर्मचारियों ने नगर प्रशासक कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया।
उपस्थित कर्मचारियों ने टाउनशिप मे वयाप्त गंदगी, जर्जर सडकों, टारफेल्टिंग, फागिंग मशीन, आदि को लेकर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।तथा चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया तो, आगे चरणबद्ध आन्दोलन के लिए कर्मचारी बाध्य होंगे।
प्रदर्शनकारी साथियों को संबोधित करते हुए सीटू के कार्यकारी अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र सिंह ने कहा कि आज हम टाउनशिप की जिन विभिन्न समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, इन सभी समस्याओं पर कई बार प्रबंधन से वार्ता हो चुकी है।हर बार प्रबंधन द्वारा सिर्फ आश्वासन ही दिया गया है।हमारे द्वारा दिए गये सुझावों पर प्रबंधन कागज पर योजनाएं तो बनाता है लेकिन इनका क्रियान्वयन कभी भी नहीं किया गया।इसका मुख्य कारण है कि प्रबंधन केवल उत्पादन को ही प्राथमिकता देता है। कर्मचारियों के वेलफेयर से संबंधित विषयों पर प्रबंधन का रवैया पूरी तरह नकारात्मक है।इसलिए कर्मचारी आन्दोलन के लिए बाध्य हुए है।यूनियन के सचिव पुरषोत्तम सिमैया ने कहा कि स्थानीय नगर प्रसाशक का नगर मे निवास नहीं करना ही टाउनशिप की समस्याओं का निराकरण नहीं होने का मुख्य कारण है।जो अधिकारी टाउनशिप मे रहता ही नहीं है उसे यहां की समस्याओं से भी बहुत अधिक सरोकार नहीं है । यूनियन के अध्यक्ष प्रकाश क्षत्रिय ने कहा कि , टाउनशिप मे पी एच डी विभाग समाप्त किए जाने से साफ सफाई व स्वास्थ्यगत समस्याएं बढी है।अतः इस विभाग को पुनः बहाल किया जाना अति आवश्यक है।उपाध्यक्ष विनोद मिश्रा ने कहा कि टाउनशिप मे खाली आवासो को ठेका श्रमिकों को आबंटित किया जाना चाहिए।
.प्रर्दशन पश्चात एक ज्ञापन मुख्य महाप्रबंधक खदान को सौंपा गया। जिसमें पी एच डी विभाग को पुनः बहाल करने, मच्छर उन्मूलन के लिए फागिंग मशीन खरीदने, सभी आवासों की टारफेल्टिंग व चेनलिंक फेंसिंग करने, सभी आवासों मे कार गैरेज का निर्माण, सिंगल आवासों के कोर्टयार्ड दीवारों की मरम्मत, वाटर फिल्टर हाउस का नवीनीकरण करने, सडकों का डामरीकरण व स्टीट लाइट की मरम्मत करने, टाउनशिप में भारी वाहन प्रवेश निषेध हेतु बैरियर निर्माण,बैकलेन क्लीनिंग,व खाली पडे मैदानों को फेंसिंग कर सुरक्षित करने की मांग की गई। इस ज्ञापन की प्रतिलिपि ई डी माइंस, व डायरेक्टर इन्चार्ज भिलाई इस्पात संयंत्र को भी प्रेषित की गई है।