लाखों रुपये का नुकसान करने वाले वेज रिवीजन के खिलाफ 16 दिसम्बर को पूरे सेल में होगी हड़ताल

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सेल कर्मचारियों के वेतन समझौता के सर्वोच्च कमेटी एनजेसीएस के प्रावधानों का उलंघन कर बहुमत के आधार पर किए गये तथाकथित वेज रिवीजन में कर्मचारियों का बहुत बड़ा नुकसान, और अपमान किया गया है। सेल प्रबंधन व तीन यूनयनों द्वारा षडयंत्रपूवर्क किए गये इस कृत्य से सेल कर्मचारी बेहद आक्रोशित हैं व अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि सीटू ने इस कर्मचारी विरोधी समझौते में हस्ताक्षर न करते हुए कर्मचारी हितो की रक्षा हेतु 16 दिसम्बर 2021 को पूरे सेल मे हड़ताल का आह्वान किया है।लौह अयस्क खान समूह राजहरा मे भी सीटू ने हड़ताल को सफल बनाने हेतु सघन विभागीय दौरा कर कर्मचारियों से सीधे संपर्क कर जोरदार प्रचार प्रसार किया है । हड़ताल की तैयारी के दौरान ही 13 दिसम्बर को माइंस आफिस के पास पूरे दिन विशाल धरना प्रदर्शन किया गया ।इस धरना प्रदर्शन मे सैकड़ों नियमित व ठेका कर्मचारियों ने अपनी मांगो के समर्थन मे, नारेबाजी व हडताल को हर हाल मे सफल बनाने का संकल्प लिया ।

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उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए यूनियन के अध्यक्ष प्रकाश सिंह क्षत्रिय ने कहा कि सेल के इतिहास का यह अब तक का सबसे घटिया वेज रिवीजन है। आज जब कंपनी सबसे अच्छी आर्थिक स्थिति में है ।तब कर्मचारियों को मात्र 13% एमजीबी, व26.5% पर्क्स के साथ 10 सलाना रिवीजन कर लंबित अवधि का एरियर्स नहीं दिया जा रहा है ।ठेका मजदूरों को एक रुपया भी न देकर उनके साथ छल किया गया है।हद तो तब हो गई जब अधिकारियों को पर्क्स का एरियर्स अप्रैल 2020 से दिया गया, और कर्मचारियों को 18 नवम्बर2021 से दिया गया। इसी तरह माइंस कर्मचारियों को मिलने वाला दासा कर्मचारियों को पुराने बेसिक पर ही मिल रहा है और अधिकारियों को नये बेसिक पर दिया गया है।कर्मचारियों का पे स्केल क्लोज कर दिया गया जिससे अधिकांश कर्मचारियों को 3% इंक्रिमेंट का लाभ नहीं मिल पायेगा।इतने बड़े नुकसान, भेदभाव, व अपमान को समझौता करने वाली यूनियनें एतिहासिक समझौता बता रही हैं।ये शर्म की बात है । सीटू ने प्रारंभ से ही सभी मुद्दों की पूरी स्पष्टता के साथ समग्र समझौते की मांग की थी, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका क्योंकि संघर्ष के निर्णायक चरण मे तीन यूनयनों इंटक, एटक, व एचएम एस ने कर्मचारियों व हमारा साथ छोड़कर प्रबंधन का दामन थाम लिया।कर्मचारियों येसब खुलेआम देखा है,इसलिए अब हड़ताल ही आखिरी विकल्प है।सेल कर्मचारी अंतिम दम तक लड़ेंगे और जीतेंगे।

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प्रबंधन ने सभी यूनयनों को दरकिनार कर ग्रेज्युटी सीलिंग कर दी।

यूनियन के सचिव पुरषोत्तम सिमैया ने कहा कि, वेतन समझौते मे हुई चूक का फायदा उठाते हुये प्रबंधन ने एकतरफा आदेश जारी कर कर्मचारियों की ग्रेज्युटी सीलिंग कर दी।जिससे कर्मचारियों को 3 लाख से 25 लाख रुपये का नुकसान होना तय है।इसलिए प्रबंधन की इस दादागिरी के खिलाफ हड़ताल जरूरी है।

ठेका मजदूरों के साथ प्रबंधन व यूनियनों ने किया धोखा ।

यूनियन के उपाध्यक्ष विनोद मिश्रा ने कहा कि सेल के उत्पादन मेमहत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे ठेका श्रमिकों को सभी यूनयनों ने30 जून की हड़ताल मे शामिल यह कहकर शामिल कराया कि उनका भी वेतन समझौता एनजेसीएस मे करवाया जायेगा ,लेकिन समझौता करते समय इन्हें ठेंगा दिखा दिया गया।इस धोखाधड़ी के खिलाफ हड़ताल जरूरी है।

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इन मांगो पर हड़ताल।

यूनियन के संगठन सचिव सुजीत मुखर्जी ने बताया कि सेल कर्मचारियों को नुकसान पहुंचाने वाले एमओयू को रद्द करना, 1/1/2017 से पूरा एरियर्स का भुगतान, ग्रेज्युटी सीलिंग आदेश वापस लेने, ओपेन एण्डेड स्केल बनाने, ठेका श्रमिकों की वेतन वृद्धि, अप्रैल2020 से पर्क्स का एरियर्स देने, माइंस कर्मचारियों का नये बेसिक पर जनवरी2017 से दासा का भुगतान करने।आदि मांगो पर 16 दिसम्बर को माइंस सहित पूरे सेल में सफल हड़ताल होगी क्योंकि ये कर्मचारियों के भविष्य के सवाल पर हड़ताल हो रही है।