किसानों को कोरोना के साथ बेमौसम की पड़ी दोहरी मार
मार्कफेड से निम्न गुणवत्ता प्लास्टिक बोरियों की जांच की मांग
दल्लीराजहरा/डौण्डी 14 जनवरी सांसद प्रतिनिधि विक्रम ध्रुवे ने कहा की बेमौसम बारिश का असर सभी के जनजीवन पर तो पड़ा ही है किसान मौसम की बेरूखी के कारण फसल खराब हो जाने के डर से धान खरीदी केन्द्रों व विभिन्न सोसायटियों में नही लेकर आ रहे हैं किसानों को कोरोना के साथ बेमौसम की दोहरी मार पड़ी है। सांसद प्रतिनिधि ध्रुवे ने आगे कहा की 28, 29 दिसंबर में हुई बारिश के चलते लगभग एक सप्ताह तक धान खरीदी पूरे प्रदेश में प्रभावित रहा पुनः बारिश होने से फिर से समितियों में धान खरीदी बंद हो गई ऐसे स्थिति में शेष बचे किसानों का धान जनवरी माह में खरीदी किया जाना संभव नही है उन्होने प्रदेश सरकार से किसानों के हित में धान खरीदी की समय सीमा एक माह बढ़ते हुए 28 फरवरी तक खरीदी किये जाने की मांग किये हैं उन्होने आगे कहा की शासन की लाचार
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व्यवस्था के चलते अनेकों धान खरीदी केन्द्र में बंफर लिमिट से कई गुणा ज्यादा धान पड़ा है, ऐसे स्थिति में किसानों को अपना धान औने पौने में बिचौलियों को बेचने में मजबूर होना पड़ रहा है। साथ ही उन्होने समिति प्रबंधक को धान की सुरक्षा के लिए फोन से दिशा निर्देश भी दिए एवं मार्कफेड द्वारा निम्न गुणवत्ता की प्लास्टिक बोरियों की आपूर्ति धान खरीदी के लिए की गई है जिसकी जांच की जाना आवश्यक बताते हुए इसकी जांच की मांग भी शासन प्रशासन से किये हैं। साथ ही ध्रुवे ने कहा की जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं समिति में धान बेचने वाले आने वाले किसानों को सावधानी बरतने की बात कही कोरोना से डरने के बजाय सावधानी से उससे निपटने की आवश्यकता है। इसके लिए न केवल खुद सतर्क रहे बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करने की जरूरत है ओमीक्रॉन वेरियंट की रोकथाम व सुरक्षा के लिए कोविड प्रोटोकाल का पालन जरूरी है।