- खेल दिवस पर पंडरीपानी में कार्यक्रम का आयोजन
- संभाग स्तरीय हाकी खिलाड़ियों के लिए हुई चयन प्रतियोगिता
जगदलपुर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर खेल दिवस के अवसर पर बस्तर सांसद महेश कश्यप ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बस्तर के युवा बस्तर को खेल के माध्यम से अलग पहचान दिलवाएं। सांसद श्री कश्यप ने बस्तर के खिलाड़ियों द्वारा राजनांदगांव में आयोजित 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा हाकी प्रतियोगिता में बालक-बालिका वर्ग में प्रथम स्थान हासिल कर राष्ट्रीय स्तर पर खेलने दिल्ली जा रहे खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर सांसद महेश कश्यप ने कहा कि जिसने खेलना नहीं जाना, उसने जीना नहीं जाना। खेल गतिविधि में शामिल होने के लिए उम्र की एक सीमा होती है। इस समय-सीमा का खेलकूद गतिविधियों में व्यापक उपयोग करें। खेलों विस्तार और पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध होने के कारण खिलाड़ियों को समुचित अवसर प्राप्त हो रहे हैं। खिलाड़ी अपनी प्रतिभा को बेहतर कर अपनी रूचि के खेल में प्रदर्शन बेहतर करें। श्री कश्यप ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा खेलो इंडिया जैसे योजना के द्वारा खिलाड़ियों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही खेल के माध्यम से रोजगार का अवसर दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा बस्तर सांसद बनने से पहले वे एक कबड्डी खिलाड़ी के रूप में पहचाने जाते थे।बस्तर सांसद महेश कश्यप के मुख्य आतिथ्य में खेल दिवस पर पंडरीपानी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें संभाग स्तरीय हाकी खिलाड़ियों का चयन प्रतियोगिता भी हुई। कार्यक्रम में पद्मश्री धर्मपाल सैनी ने कहा कि खेलों में नियमित रूप से खिलाड़ी शामिल हों, खेल को ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए खिलाड़ियों को खेल के जज्बा को कायम रखते हुए मेहनत करने की जरूरत है। कम उम्र में खिलाड़ी के रूप में खेलते हुए स्कूल स्तर, विकासखंड स्तर, जिला स्तर, संभाग स्तर, राज्य स्तर, राष्ट्रीय स्तर और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने के लिए आवश्यक संसाधन के साथ- साथ खिलाड़ियों को अपनी मेहनत बरकरार रखनी होगी। बस्तर के खिलाड़ियों में खेल प्रतिभा की असीम संभावनाएं हैं। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन स्वरूप खेल सामाग्रियों का वितरण किया गया। संभाग स्तरीय हाकी खिलाड़ियों की चयन प्रतियोगिता के तहत मैच का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पंडरीपानी के सरपंच, उप सरपंच, संयुक्त कलेक्टर प्रवीण वर्मा, खेल विभाग के अधिकारी, प्रशिक्षक और खिलाड़ी उपस्थित थे।