(अर्जुन झा)
जगदलपुर। बस्तर की सियासत में मुन्ना भाइयों के चक्कर में मुन्नियां बदनाम हो रही हैं। भाजपा के राज में बहिन के बदले परीक्षा देते एक मुन्नी पकड़ी गई थी। खूब हल्ला मचा था। तब उस मामले की लीपापोती हो गई। उसे दबा दिया गया। मगर अब प्रधानमंत्री आवास के मामले में भाजपा के निशाने पर आई कांग्रेस की मुन्नी अवैध उगाही के लिए बदनाम की गई तो जवाब में कांग्रेस को भाजपा की मुन्नीबाई याद आ गई। कांग्रेसी भाई लोग अपनी मुन्नी यानी पार्षद कोमल सेना के राहत और बचाव अभियान के तहत भाजपा की मुन्नी के मामले की स्थिति खंगालने में जुट गए हैं। उनकी तमन्ना है कि वह मामला नए सिरे से खोला जाय और उस मामले में चर्चित जीजा साली को घेरा जाय। गौरतलब है कि भाजपा शासनकाल में एक प्रभावशाली भाजपा नेता की पत्नी के बदले उनकी साली मुन्नीबाई का मामला तूल पकड़ा था और तब उस मामले को किसी तरह ठंडा कर दिया गया था। अब जगदलपुर नगर निगम की कांग्रेस पार्षद कोमल सेना पर प्रधानमंत्री आवास के नाम पर गरीबों से उगाही करने का आरोप लगाते हुए भाजपा कई रोज से सक्रिय रहने के बाद रायपुर के मूणत विवाद के बाद सीधे टकराव के मूड में आ गई और पूर्व मंत्री केदार कश्यप भी कोमल सेना के मामले में कूद पड़े। अन्य भाजपा नेताओं ने भी प्रदर्शन में दमखम दिखाया तो पुलिस ने उनके हौसले पस्त कर दिए। जगदलपुर से रायपुर तक विवाद गरमा गया। रायपुर में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मोर्चा खोल दिया तो जवाब में कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील शुक्ला ने भरपूर जवाब देने में देर नहीं की। रायपुर की सरगर्मी रायपुर में है और जगदलपुर में यह पुराने मामले खुलने का सबब बन सकती है। कांग्रेस की कोशिश है कि भाजपा नेताओं से जुड़े तमाम पुराने मामले फिर से खोले जाएं और भाजपा के जोश पर पानी फेरा जाय।