जगदलपुर – बस्तर संभाग के स्थानीय अतिथि शिक्षकों ने अपने मानदेय के राशि के लिये बस्तर सांसद दीपक बैज जी को सौंपा ज्ञापन । बस्तर में 7 जिले जिसमे कांकेर , नारायणपुर , कोंडागांव , बस्तर , दंतेवाड़ा , सुकमा और बीजापुर इन सभी जिले में जिला प्रशासन के द्वारा जिला खनिज न्यास निधि (मद) से स्थानीय अतिथि शिक्षकों की भर्ती किया गया है। यह अतिथि शिक्षक बस्तर के अलग अलग जिले अलग नाम से जाने जाते हैं। डीएमएफ मद में राशि नही होने के कारण कई बार अतिथि शिक्षकों की भर्ती मुश्किल से ही हो पाता है जिससे स्थानीय अतिथि शिक्षक बेरोजगार होकर मानसिक और आर्थिक समस्याओं से ग्रस्त हो जाते हैं। इस कारण इन शिक्षकों ने अपनी मानदेय राशि हेतु राज्य सरकार द्वारा बजट में पेश करने की मांग भी की हैं।साथ ही वर्तमान में शिक्षकों की सीधी भर्ती और और पदोन्नति द्वारा छंटनी नही होने की भी मांग की हैं। यह अतिथि शिक्षक प्राथमिक, माध्यमिक और हाई स्कूल में 5000, 10000 से लेकर 12000 में कार्य करने पर मजबूर हैं। इनकी भर्ती 2014 से हुई हैं किंतु वर्तमान सरकार आज के महंगाई के हिसाब से भी वही मानदेय दे रहे हैं जो 2014 में मिलता था और यह शिक्षकों राज्य सरकार के अन्य अतिथि शिक्षकों के समान सम्मान जनक मानदेय देने हेतु सांसद महोदय से अपनी मौखिक चर्चा की है।