आज लोकसभा में एस.टी. बिल पर बस्तर सांसद दीपक बैज का जबरदस्त भाषण..

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🔺सदन में केंद्रीय मंत्री के समक्ष लगभग 15 मिनट सांसद बैज ने बस्तर,छत्तीसगढ़ व देश के ट्राईबल मुद्दों पर रखी अपनी बात….

🔺बाबा साहब अम्बेडकर का किया धन्यवाद…सांसद बैज बोले आज आरक्षण नहीं होता तो मै सदन में आपके समक्ष खड़ा ना होता…

🔺आदिवासीयों को सुरक्षित व संरक्षित करना बेहद जरूरी..आदिवासी देश की धरोहर – सांसद बैज…

🔺सांसद बैज बोले “आदिवासियो का नारा जल जंगल जमीन हमारा”..

🔺गोली चाहे नक्सली का हो या पोलिस का ” मगर मारा तो आदीवासी जाता है।”

🔺छत्तीसगढ़ के वो पंद्रह साल भाजपा सरकार में आदिवासियो पर हुए अनेकों अत्याचार…

🔺झीरम कांड में 32 जवान और हमारे कई नेता शहीद हुए, ताड़मेटला कांड में 200 आदिवासीयों के घरों को जला दिया गया,सार्केगुड़ा कांड में निर्दोष आदिवासीयों की हुई हत्या…

🔺15 साल में आदिवासियों के ऊपर हुए कई फर्जी एनकाउंटर,फर्जी नक्सली केस में हजारों आदिवासी जेल में हुए बंद। लेकिन पिछली सरकार मूकदर्शक बने देखती रही।

⭕आज छत्तीसगढ में भूपेश बघेल जी की सरकार में फर्जी एनकाउंटर बंद हुए,फर्जी नक्सली केस में बंद आदिवासीयों को रिहा किया जा रहा है..

⭕बस्तर के अंदरूनी गांव में कैंप लगाकर लगातार आदिवासीयों के बन रहे आधार कार्ड व राशन कार्ड..

⭕लोहंडीगुड़ा में आदिवासीयों के टाटा की जमीन हुई वापसी । हमारी सरकार ने पिछली सरकार में हुए फर्जी ग्राम सभा को शून्य घोषित कर नंदराज पहाड़ आदिवासीयों को लौटाया।

⭕बस्तर में खनिज संपदा की कमी नहीं.. 60 साल से कर रहे दोहन.. फिर हमारे लोगो को प्रथम प्रथमिकता क्यों नही..?

⭕एन.एम.डी.सी. में स्थानीय लोगों को आरक्षण व प्राथमिकता और भर्ती मिले…

⭕सांसद बैज बोले निजीकरण में आदिवासीयों का भविष्य क्या सुरक्षित रहेगा..? हमारा आरक्षण आज भी खतरे में…

⭕सांसद बैज ने कहा महार,मेहरा,मेहर के साथ साथ महरा,माहरा को भी अनुसूचित जाति की सूची क्रमांक 33 में प्रतिस्थापित किया जाए…

⭕ छत्तीसगढ़ के इस जातियों को जैसे साैंरा-संवरा,भूईया-भूईयां-भूयां,धनुहार-धनुवार, किसान, धागड़, बिंझीया, कोडाकू, कोंद,भारिया- भरिया, पंडो/पण्डो, गोंड/गोंड,गदबा,नगवंशी/नागबंसी को भी अनुसूचित जनजाति में शामिल कर विधेयक पास किया जाए।

⭕बस्तर के जाति अमनीत-अमनित को भी अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जाए। इसके साथ ही सांसद दीपक बैज ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा केंद्र सरकार को भेजा गया प्रस्ताव में जिन जिन जातियों को अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जाना है उन्हे शामिल कर तत्काल विधेयक पास किया जाए।