प्रेस क्लब के भवन निर्माण हेतु लिए 15 लाख देने की घोषणा
भानुप्रतापपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भानुप्रतापपुर के रेस्ट हाउस में पत्रकारों से चर्चा की। इस दौरान भानुप्रतापपुर पत्रकार संघ द्वारा मुख्यमंत्री का माला पहना कर व मोमेंटो देकर स्वागत किया गया। भानुप्रतापपुर पत्रकार संघ की मांग पर मुख्यमंत्री ने पत्रकार भवन के अतिरिक्त कक्ष निर्माण एवं मरम्मत के लिए 15 लाख रुपये देने की घोषणा भी की।
प्रेसवार्ता के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 4 मई से भेंट मुलाकात अभियान शुरू किया था आज पुरे एक माह हो गए। इस बीच कुल 17 विधानसभा का दौरा हमने किया। शासकीय योजनाओं का सभी को लाभ मिल रहा हैं या नहीं और जमीनी स्तर पर अधिकारी कार्य कर रहे हैं या नहीं इसकी जानकारी ली गयी। भेंट मुलाक़ात कार्यक्रम में पता चला की सभी विभाग तत्परता से कार्य कर रहे हैं। यहां 31 हजार जाति प्रमाण पत्र बांटे गए हैं, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। बस्तर में बेहद परिवर्तन दिख रहा है। आम जनता द्वारा सबसे ज्यादा मांग धान खरीदी केंद्रों और बैंक खोलने की है। बैंक की डिमांड बढ़ी है। जल, जंगल , जमीन, आदिवासियों को वापस दिलाने का कार्य हुआ है। हमारे पूर्वजों ने एक समृद्ध छत्तीसगढ़ की कल्पना की थी, हम उसे साकार करने का प्रयास कर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल मील का पत्थर साबित होगा। भेंट-मुलाक़ात में डीएपी या रासायनिक खाद नहीं मिल पाने की शिकायत आ रही है। डीएपी या रासायनिक खाद नहीं मिल पाने की शिकायत आ रही है। यह केंद्र सरकार उपलब्ध कराता है, राज्य केवल वितरण करता है, लगातार डिमांड की जा रही है, वर्तमान में रसायनिक खाद की उपलब्धता की भी जानकारी दी और कहा कि यह प्रयास कर रहे है कि रसायनिक खाद का उपयोग कम हो। पेशा कानून को लेकर आदिवासी कानून को कड़ाई से पालन करने तो गैर आदिवासी भयभीत है इस पर सरकार क्या सोचती है सवाल पर बघेल ने कहा कानून लागू है इससे डरने को किसी को जरूरत नहीं है। सरकार पेशा क़ानून के नए नियमों पर काम कर रही है, कितना व कौन कौन सा अधिकार ग्राम सभा को देना है तह अगली कैबिनेट में तय करेंगे। वनोपज को की सूची 60 से बढ़ाकर 65 कर दिया गया इससे वन वासियों के जिंदगी में कितना परिवर्तन आया इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वनवासियों का जीवन स्तर ऊंचा हुआ है। कोरोना काल मे कोई व्यापारी वनोपज नहीं खरीद रहा था उस समय हमने खरीदा, उनको सही दाम मिल रहा है। जिला बनाने की मांग पर कहा कि जिला का हर जगह लगातार मांग आ रही। हसदेव का विरोध करने वाले अपने घर का बिजली बंद कर दे तब समझ आएगा। कोयला के बिना किसी बिजली आएगी, 8 हजार पेड़ काटना है विरोध करने वाले 8 लाख पेड़ कब गिन लिए, यह खदान 30 साल तक चलेगा।1995 से ग्राम डोंगरकट्टा का राजस्व रिकार्ड जांच के नाम से सीबीआई ले गई तब से गांव वालों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, इसका हल करने का प्रयास किया जाएगा। बस्तर में नक्सलवाद में कमी आई है और शांति बहाल हो रहा है। इस दौरान प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजय साहू, संरक्षक राजकुमार दूबे, सुमंत सिन्हा, दीपक शर्मा, सचिव संजय सोनी, कोषाध्यक्ष अखिलेश शुक्ला, मीडिया प्रभारी मयंक सोनी, राजेश रंगारी, यशवंत चक्रधारी, अनुज तिवारी, देवव्रत टांडिया, हरीश साहू, आकाश साहू, अजित मण्डावी आदि उपस्थित रहे।