संगीत के संग संगीता सिन्हा ने गरबा में दिखाया बेपनाह जलवा

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  • बालोद की विधायक संगीता ने दिखाया अपना अद्भुत नृत्य कौशल
  • नन्ही परियों व किशोरियों के साथ झूम झूम के नाची लेडी वीआईपी

अर्जुन झा

दल्ली राजहरा. बालोद जिले के एक गांव में नन्ही परियों और किशोरियों के साथ क्षेत्र की एक वीआईपी महिला ने नृत्य में गज़ब का जलवा दिखाया. वीआईपी का साथ पाकर बच्चियों, युवतियों और महिलाओं का जोश हाई हो गया था. सभी ने समा बांध दिया. गरबा में वीआईपी महिला की नृत्य शैली ने सबका दिल जीत लिया. बालोद के खुंदनी गांव में शारदीय नवरात्रि पर राजीव गांधी युवा मितान क्लब द्वारा गरबा महोत्सव का आयोजन किया गया था. इस महोत्सव में बालोद क्षेत्र की विधायक संगीता सिन्हा को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. विधायक सुश्री सिन्हा जब आयोजन स्थल पर पहुंची, उस समय छोटी – छोटी बच्चियां और किशोरियां गरबा नृत्य कर रही थीं. विधायक संगीता सिन्हा कुर्सी पर बैठे बैठे ही गाने की धुन पर आहिस्ता आहिस्ता झूमने लगीं आयोजकों और गांव की महिलाओं, युवतियों तथा बच्चियों को लगा कि मैडम भी गीत संगीत का शौक फरमाती हैं,

तो सभी लोगों ने मिलकर उनसे गरबा नृत्य करने का आग्रह किया. उन्होंने आग्रह स्वीकार कर लिया और पहुंच गईं गरबा के लिए बनाए गए दायरे में. इसी के साथ साउंड सिस्टम पर फिल्म ‘गोलियों की रासलीला रामलीला’ का बेहद ही लोकप्रिय गीत – धिन तड़ाक, धिन तड़ाक, आ जा ओ उड़के इस रात, पैरों से बेड़ी जरा खोल, नगाड़ा संग ढोल बाजे, ढोल बाजे.. धाँय धाँय, ढम ढम… ¡ इस गीत ने गज़ब का असर दिखाया. देखते ही देखते विधायक संगीता सिन्हा बच्चियों और युवतियों के साथ झूम झूम कर नाचने लगीं. नृत्य करते समय अनकी अदाएं बिलकुल उसी अंदाज़ में नजर आ रही थीं, जिस अंदाज़ में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने फिल्म गोलियों की रासलीला, रामलीला में डांस किया है. नृत्य करते करते संगीता सिन्हा ने दायरे के दो चक्कर लगाए. वे जब दायरे से निकलकर जाने लगीं तो कुछ दूर एक युवती उनका हाथ पकड़ कर नृत्य करने लगी फिर संगीता सिन्हा भी युवती के साथ थिरकने लगी.

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कभी जुल्फें सहेजती, कभी दामन गरबा नृत्य करने के दौरान विधायक संगीता सिन्हा कई बार अपनी जुल्फों को सहेजती और साड़ी के पल्लू को ठीक करते नजर आईं. दरअसल नाचते नाचते वे जब अपना सिर झुकाती थीं तो अनकी जुल्फें माथे और चेहरे पर आ जाती थीं. हाथ ऊपर नीचे करने से पल्लू भी हल्के से सरक जाता था. बिखरती जुल्फें और सरकता पल्लू भी संगीता सिन्हा के थिरकते पैरों में बेड़ियां नहीं डाल पाए. उनके नृत्य में जरा सा भी अवरोध पैदा नहीं हुआ. उपस्थित लोगों ने अपने विधायक के इस अंदाज़ को खूब सराहा.