धान खरीदी केंद्र प्रभारी को सिर्फ हटाया, नहीं कराई एफआईआर

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  • 50 क्विंटल धान की गफलतबाजी में इतनी कृपादृष्टि आखिर क्यों ?
  • मामला छोटे देवड़ा केंद्र में बाहर से लाए गए धान की फर्जी खरीदी का


बकावंड अपने पिता की ऋण पुस्तिका की आड़ में कोचिया का धान समर्थन मूल्य पर खरीदने वाले बकावंड विकासखंड के छोटे देवड़ा धान खरीदी केंद्र प्रभारी पर सख्त कार्रवाई न करते हुए उन्हें मात्र प्रभार छीनने की मामूली सजा दी गई है। इसे लेकर तरह – तरह की चर्चाएं हो रही हैं। 50 क्विंटल धान के फर्जीवाड़े में खरीदी केंद्र प्रभारी पर एफआई न कराए जाने को लोग संदेह की नजरों से देख रहे हैं।
लेंपस सोसाइटी छोटे देवड़ा के अधीन धान खरीदी केंद्र छोटे देवड़ा के प्रभारी कैलाश कश्यप ने खरीदी दस्तावेज में अपने पिता शोभाराम के कृषि ऋण पुस्तिका का उल्लेख कर धान बिक्री के लिए 1 दिसंबर को टोकने जारी किया था और 2 दिसंबर को 50 क्विंटल धान इस ऋण पुस्तिका के आधार पर केंद्र में बेचा गया था। यह धान सीमावती राज्य उड़ीसा से मंगाकर बेचने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया था, जो जांच में सही भी पाया गया। उल्लेखनीय है कि तथाकथित किसान शोभाराम कश्यप के नाम पर जिस तिथि को 50 क्विंटल धान खरीदा गया था, उस तिथि तक शोभाराम के खेतों और खलिहान में कटी फसल रखी हुई थी। उस समय फसल की मिंजाई भी नहीं हुई थी। इतने बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम देने वाले खरीदी केंद्र प्रभारी कैलाश कश्यप को लेंपस सोसाइटी प्रबंधक ने अब जाकर प्रभार से हटाने की कार्रवाई मात्र की है। उनकी जगह शमुराम कश्यप को छोटे देवड़ा धान खरीदी केंद्र का प्रभारी नियुक्त किया गया है। किसानों का कहना है कि भूपेश बघेल सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। मुख्यमंत्री श्री बघेल किसानों को धान का सर्वाधिक समर्थन मूल्य दिला रहे हैं। इसके अलावा वे बोनस भी ज्यादा दे रहे हैं। मुख्यमंत्री की नेक मंशा पर पानी फेरने वाले धान खरीदी केंद्र प्रभारी के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इतनी बड़ी गफलतबाजी करने के बावजूद कैलाश कश्यप को लंबे समय तक केंद्र प्रभारी बनाए रख उनकी निगहबानी में धान खरीदी कराई जाती रही। यह भी संदेह के दायरे में आता है।