- बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल की पहल पर होंगे विकास कार्य
बकावंड :- करपावंड ब्लॉक की 15 ग्राम पंचायतों में कराए जाने वाले विभिन्न निर्माण कार्यों का बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने भूमिपूजन किया। इन पंचायतों में एक करोड़ 43 लाख 32 हजार रूपए के कार्य स्वीकृत किए गए हैं।
आरंभ में ग्रामीणों तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक बघेल का भव्य स्वागत किया। बघेल ने मंदिर में पूजा अर्चना की। उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा मूंग एवं तिल से बनाए गए लड्डू का जायका लिया और उनका मनोबल बढ़ाया। उन्हें रोजगार बढ़ाने हेतु बाहर भी स्व निर्मित सामग्री भेजने की सलाह बघेल ने दी। उन्होंने आश्वासन दिया कि रोजगार को बढ़ावा देने में वे हर संभव मदद करेंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया था। विधायक बघेल ने स्वास्थ्य मेले का निरीक्षण कर अपना स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया। लोगों से आग्रह किया कि जिस तरह से हमारी सरकार निरंतर काम करते हुए आप लोगों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं लाकर लोगों को राहत देने की कार्य कर रही है। फिर भी हमारे लोग इन सभी योजनाओं से वंचित हैं। सामुदायिक वन अधिकार पत्र योजना के तहत बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री बघेल ने गारेंगा में 140 हितग्राहियों को पट्टा वितरण किया।
इस अवसर पर बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप बस्तर में ग्रामीणों, किसानों और आदिवासियों के हित की सभी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज सुदूर गारेंगा गांव में वन अधिकार पत्र दिए गए हैं। सिर्फ पट्टा देने का काम सरकार नहीं कर रही है, बल्कि ग्रामीण आदिवासी किसानों को समृद्ध बनाने उन्हें आजिविका एवं आर्थिक गतिविधियों से जोड़ भी रही है। वन अधिकार पट्टा प्राप्त किसानों की जमीन के समतलीकरण, उनके खेतों में डबरी निर्माण कर मछली पालन, पशु पालन, उद्यानिकी फसलें लेने को प्रेरित किया जा रहा है।
खेती के प्रति बढ़ा ग्रामीणों का रुझान
विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के हित में जो कदम उठाए हैं, उससे कृषि के प्रति ग्रामीणों का रुझान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य बढ़ाकर की जा रही धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना जैसे फैसलों से किसानों का रूझान कृषि की तरफ बढ़ रहा है। पंजीकृत किसानों की संख्या एवं कृषि रकबा में वृद्धि हुई है। कर्जमाफी से किसान कर्जमुक्त हुए हैं, सिंचाई के साधन बढ़े हैं। तेंदूपत्ता की दर प्रति बोरा 4 हजार रु. की जाने से वनांचल के लोग आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं। आदिवासी बच्चों की अच्छी शिक्षा हेतु आत्मानंद स्कूल खोले गए हैं। इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे फर्राटेदार अंग्रेजी बोल रहे हैं। सालों बंद पडे़ स्कूलों को दोबारा खोला गया है। स्कूलों में स्थानीय युवा ज्ञानदूत के रूप में बच्चों को पढ़ा रहे हैं और उन्हें रोजगार का अवसर मिला है। इस दौरान बकावंड जनपद अध्यक्ष सुखदई बघेल, जिला पंचायत सदस्य धनुरजय कश्यप, ब्लॉक अध्यक्ष करपावंड उत्तम नाइक, जगरनाथ सूर्यवंशी, नंदकिशोर, अर्जुन पांडे, शोभामणि दास, टोपीराम, सोनधर, लक्ष्मी कश्यप, वीरनाथ, रुपसाय, कमलू नाथ, भुनेश्वर, रकुल साय, शरद बघेल, धरमू राम, बद्रीनाथ जोशी, टेंपल, हरीश, जदु, मिठू राम, तुलसी राम, टांकेश्वर, अमरुराम, नंदा पटेल, जयराम, सोमन, नल कुमारी, शीतला, पूर्णादेवी, बालचंद, गणेश राम, राजेश कुमार एवं कांग्रेस के पदाधिकारी, कार्यकर्त्ता तथा ग्रामीण उपस्थिति थे।