वनोपज खरीदी में गड़बड़ी, 6 समितियों के प्रबंधक बर्खास्त

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  • महुआ फूल, साल बीज और काजू खरीदी में एक करोड़ की गड़बड़ी

बीजापुर बीजापुर वन मंडल में महुआ फूल खरीदी मामले में प्राथमिक वनोपज समितियों के पांच प्रबंधकों को एवं बस्तर वन मंडल के भानपुरी परिक्षेत्र की बनियागांव वनोपज समिति प्रबंधक को काजू एवं साल बीज खरीदी में अनियमितता बरतने पर बर्खास्त कर दिया गया है। प्रबंधकों की बर्खास्तगी के बाद संबंधित क्षेत्रों के पोषक अधिकारियों पर भी निलबंन की तलवार लटक गईं है। बनियागांव समिति के दो पोषक अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। बीजापुर वन मंडल की प्राथमिक लघु वन उपज सहकारी समिति के पांच प्रबंधकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। इनमें कोरसागुड़ा समिति के डीकेश तिलमुल, चेरामंगी समिति के जीवी सड़वली, हीरापुर समिति के हेमंत यदु, पुजारी लंका समिति के तिलक यादव, उसूर समिति के अनिल कट्टम को बर्खास्त किया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके बीजापुर प्रवास के दौरान आवापल्ली में लगाई गईं जन चौपाल में महिला स्व सहायता समूह ने महुआ फूल नहीं खरीदने की शिकायत की थी। मामले की जांच में मानक स्तर के महुआ फूल खरीदी मामले में एक करोड़ से अधिक की अनियमितता पाई गईं। इसी मामले में प्रबंधकों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। वहीं बस्तर वन मंडल के भानपुरी रेंज की प्राथमिक वनोपज समिति प्रबंधक द्वारा साल बीज, काजू एवं अन्य वनोपज खरीदी मामले में अनियमितता बरते जाने पर बर्खास्त किया गया है।

  • पोषक अधिकारी भी आएंगे लपेटे में

बनियागांव वनोपज खरीदी मामले में दो पोषक अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है, लेकिन उनके द्वारा जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद उन्हें दोबारा नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। पोषक अधिकारी को जवाब देने का एक और मौका दिया गया है। जवाब नहीं आने पर विभाग द्वारा कार्रवाई की अनुशंसा की जा सकती है। उधर समिति में चर्चा है कि इस गड़बड़ी के लिए समिति प्रबंधक जितने जिम्मेदार हैं, उतनी ही जिम्मेदारी पोषक अधिकारियों (डिप्टी रेंजर) की भी बनती है। समितियों को वनोपज खरीदी के एवज में जारी राशि के आहरण में समिति प्रबंधक एवं पोषक अधिकारी बराबर के जिम्मेदार होते हैं। इन दोनों के हस्ताक्षर से ही राशि का आहरण किया जाता है। उधर बीजापुर वन मंडल में भी जिन प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है वहां के पोषक अधिकारियों पर भी निलंबन की तलवार लटकी हुई है।

होगी कड़ी कार्रवाई

वनोपज खरीदी में गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। संग्राहकों को अधिक से अधिक लाभ मिले यह हमारा प्रयास हमेशा रहता है।