रणबांकुरों की धरा राजस्थान में बस्तर के दिव्यांग बच्चे दिखाएंगे टैलेंट

0
9
  •  सक्षम विद्यालय जावंगा के 47 दिव्यांग बच्चे रवाना 

जगदलपुर बस्तर संभाग के नक्सलगढ़ के नाम से चर्चित दंतेवाड़ा जिले के बच्चे बेहतर प्लेटफार्म के मिलते ही अपनी शानदार प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए बड़ी उपलब्धियां हासिल करने लगे हैं। इसी क्रम में अब जिले में दिव्यांग बच्चों के लिए संचालित सक्षम आवासीय परिसर के 47 बच्चे राजस्थान के बिकानेर में अपना कौशल दिखाने रवाना हुए हैं। वे वहां कौशल विकास, घुड़सवारी व टैलेंट शो में भाग लेंगे।

दंतेवाड़ा जिले की एजुकेशन सिटी जावंगा में दिव्यांग बच्चों के लिए बाधा रहित आवासीय परिसर का निर्माण 9 साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में किया गया था। इसी बाधारहित आवासीय विद्यालय के 30 बालक व 17 बालिकाओं सहित कुल 47 छात्र -छात्राओं का दल महावीर इंटर कांटीनेंटल सर्विस ऑर्गनाइजेशन द्वारा राजस्थान के बिकानेर में आयोजित 23 वें स्किल डेवलपमेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेगा। इन बच्चों के साथ 12 शिक्षक- शिक्षिकाएं व ट्रेनर भी शामिल होंगे। इस अवसर पर चयनित छात्र छात्राओं को कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने शुभकामनाएं देते हुए इनके वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

सैन्य कार्यक्रम में घुड़सवारी

इसके अलावा सक्षम संस्था के ही 7 छात्र आगामी 5 व 6 अक्टूबर को राजधानी रायपुर में भारतीय सेना के कार्यक्रम में घुड़सवारी कौशल का प्रदर्शन करेंगे। इस संस्था की अन्य उपलब्धि के तहत जम्मू कश्मीर राज्य में आयोजित दिव्यांग बच्चों के लिए राष्ट्रीय टैलेंट शो ’हम भी किसी से कम नहीं,’ में भी सक्षम के दृष्टिबाधित छात्र मास्टर अंजन का गायन में व सीमा, सिमरन, महिमा व पूनम का चयन नृत्य विधा में हुआ है। इन बच्चों की रवानगी के दौरान उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी एसके अम्बस्ता, बालक छात्रावास अधीक्षक प्रमोद कर्मा, बालिका छात्रावास अधीक्षिका रमा कर्मा, डीएमसी, बीईओ, एबीईओ, संकुल समन्वयक उपस्थित थे।