- लेबर यूनियन मजदूर संघ में भृत्य और कम्प्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने का झांसा
- फर्जी नियुक्ति पत्र देकर कई माह तक कराया काम, नहीं दिया वेतन
जगदलपुर भृत्य और कम्प्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगार युवकों से 21 लाख रु. की ठगी करने वाले एक गिरोह को पकड़ने में बस्तर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। गिरोह के सभी नौ सदस्यों को जगदलपुर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के ठिकानों से आठ नग कम्प्यूटर सेट और प्रिंटर बरामद किए गए हैं।गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नारायण बघेल निवासी अघनपुर छत्रपति शिवाजी वार्ड जगदलपुर, धर्मेंद्र पाण्डेय नयामुंडा रविंद्रनाथ टैगोर वार्ड जगदलपुर, पूरन सिंह ठाकुर निवासी ग्राम डोगाम बस्तर, प्रेमनाथ पाण्डेय मैत्रीसंघ जगदलपुर, चुम्मन सिंह ठाकुर पल्लीभांठा बस्तर, जोगेंद्र ठाकुर मावलीगुड़ा बस्तर, सुनील चेट्टी मेटगुड़ा जगदलपुर, महेंद्र सिंह ठाकुर बनियागांव पल्लीभांठा बस्तर और वीणा पाण्डेय आसना बनवापारा बस्तर शामिल हैं। कोतवाली पुलिस के मुताबिक ठगी के शिकार रोहित कुमार साहू ने पुलिस में शिकायत की थी कि मार्च 2022 में आरोपियों ने अपने तथाकथित लेबर यूनियन मजदूर कल्याण संघ के कार्यालयों में कम्प्यूटर ऑपरेटर और भृत्य पद की वेकेंसी होने की जानकारी दी और कहा कि कम्प्यूटर ऑपरेटर के लिए डेढ़ लाख रुपए लगेंगे। उनके झांसे में आकर रोहित ने आरोपियों को रकम दे दी। इसी तरह आरोपियों ने तीस से अधिक लोगों को झांसे में लेकर उनसे 21 लाख रुपए ऐंठ लिए। आरोपियों ने बस्तर जिले के विभिन्न विकासखंडों में अपने कार्यालय खोल रखे थे। बेरोजगारों को फर्जी ज्वाईनिंग लेटर देकर इन कार्यालयों में नियुक्ति दी थी। पीड़ित बेरोजगारों से 8 – 9 माह तक काम कराया गया, लेकिन उन्हें वेतन नहीं दिया गया। ठगे जाने का अहसास होने पर पीड़ितों ने पुलिस की शरण ली। मामला गंभीर था, इसलिए बस्तर के उप महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाल के मार्गदर्शन तथा नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के सुपरविजन बारीकी से जांच शुरू की गई। कोतवाली थाना के टीआई अमित शुक्ला को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। नगर निरीक्षक अमित शुक्ला, सहायक उप निरीक्षक द्वय नीलांबर नाग व लंबोदर कश्यप, प्रधान आरक्षक नकुल कश्यप, संजीव मिंज, सुदू कश्यप, आरक्षक प्रकाश नायक, युवराज सिंह ठाकुर, विनोद खेस, उत्तम ध्रुव, इंद्रजीत सिंह पोर्ते, महिला आरक्षक इंदु मौर्य व धनमति कश्यप तथा सैनिक शिव यादव ने अलग अलग जगहों पर दबिश देकर सभी आरोपियों को पकड़ लिया।*फर्जी नियुक्ति पत्र देकर कराई ज्वाईनिंग*पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बस्तर जिले के अनेक जगहों पर लेबर यूनियन मजदूर कल्याण संघ के कार्यालय खोल रखे थे। बेरोजगारों से कुल 21 लाख रुपए वसूलने के बाद उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर इन कार्यालयों में ज्वाईनिंग भी दिला दी। इन कार्यालयों में कम्प्यूटर सेट और प्रिंटर रखे गए थे। बेरोजगारों से लगातार 8- 9 माह तक काम कराया जाता रहा, मगर उन्हें एक माह का भी वेतन नहीं दिया गया।