भानपुरी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में 7 दिनों से ब्लैक आउट

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  • ट्रांसफार्मर खराब होने से गांवों में पैदा हो गई है विकराल समस्या
  • बिजली संकट पर भाजयुमो नेता ने विभाग के एई को सौंपा ज्ञापन

बस्तर जिले के भानपुरी क्षेत्र में बिजली की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। क्षेत्र के सात गांव इस समस्या से बुरी तरह प्रभावित हैं। गांवों में हफ्तेभर से ब्लैक आउट का आलम बना हुआ है। सर्वाधिक प्रभावित छोटे अलनार गांव हुआ है, जहां बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप पड़ी हुई है। बिजली गुल रहने से इन गांवों के लोगों को तरह तरह की परेशानियां उठानी पड़ रही है। बिजली संकट को लेकर भारतीय जनता पार्टी युवा के नेता खितेश मौर्य ने बिजली कंपनी के सहायक अभियंता को ज्ञापन सौंपकर समस्या दूर करने की मांग की है। उन्होंने ट्रांसफार्मर न बदले जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

भानपुरी क्षेत्र के आसपास के छोटे अलनार, गोंडियापाल, पखना कोगेंरा, पाथरी, कुंगारपाल आदि गांवों में विगत सात दिनों से ट्रांसफार्मर खराब होने से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह प्रभावित है। बिजली गुल रहने से क्षेत्र के किसानों और परीक्षा दे रहे तथा परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। किसान खेतों में लगाई गई फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। ह

हालर मिल व आटा चक्की बंद हैं, लोग चावल और आटे के लिए तरस रहे हैं। महिलाओं को शाम के समय भोजन तैयार करने में असुविधा हो रही है। बताया गया है कि अंचल के छोटे अलनार गांव के लोग सबसे ज्यादा तकलीफ में हैं। इस गांव में सात दिनों से बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है। इस समस्या को लेकर भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य खितेश मौर्य ने मंगलवार को भानपुरी में पदस्थ विद्युत वितरण कंपनी के सहायक अभियंता को ज्ञापन सौंपा। मौर्य ने सहायक अभियंता को उक्त गांवों में जारी विद्युत अवरोध की समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि बिजली आपूर्ति प्राथमिक सेवाओं में आती है। यह वर्तमान समय में जन सामान्य की पहली आवश्यकता बन चुकी है। खितेश मौर्य ने समस्या के शीघ्र निराकरण की मांग करते हुए पांच दिनों के अंदर बिजली आपूर्ति बहाल नहीं होने पर जनहित में आंदोलन करने की चेतावनी दी। इस दौरान उनके साथ जनपद सदस्य खुलेश्वर कश्यप, पूर्व सरपंच खगेश्वर कश्यप, रामप्रसाद मौर्य, लक्ष्मी सिन्हा, कमलेश दीवान, जागेश्वर कश्यप, अभिषेक राव, लखेश्वर वैद्य, शंकर कश्यप सहित अनेक भाजयुमो नेता व कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।

कलेक्टर साहब -ऐसे में डेंगू और मलेरिया कैसे रोकेंगे

चार दिन पहले ही बस्तर के कलेक्टर चंदन कुमार ने स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय निकायों को निर्देश जारी कर डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए तुरंत अभियान छेड़ने और जरूरी इंतजाम करने को कहा था। ज्ञात हो कि हाल ही में हुई बेमौसम बरसात के कारण जिले में जगह जगह जल जमाव हो गया है। मच्छरों की तादाद काफी बढ़ गई है। वैसे भी डेंगू, मलेरिया जैसे मच्छर जनित रोगों के लिए बस्तर संभाग बेहद संवेदनशील माना जाता है। भानपुरी क्षेत्र के उक्त सभी गांवों में भी मच्छरों की संख्या काफी बढ़ गई है। दिन का समय तो ग्रामीण जैसे तैसे गुजार लेते हैं, लेकिन उन्हें रात गुजारने में बड़ी मुश्किल होती है। अब तो हफ्तेभर से बिजली भी नहीं है, नतीजतन लोग रात में चैन की नींद नहीं ले पा रहे हैं। मच्छर उन्हें सोने नहीं दे रहे हैं। अब सवाल उठ रहा है कि कलेक्टर साहब इन गांवों के लोगों को अब डेंगू और मलेरिया से कैसे बचा पाएंगे?