- मुरिया विद्रोह के नायक झाड़ा सिरहा के 147वें बलिदान दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए सांसद बैज और विधायक राजमन बेंजाम
- केशलूर में स्थापित की गई शहीद झाड़ा सिरहा की प्रतिमा
लोहंडीगुड़ा ग्राम केशलूर में मुरिया विद्रोह के जननायक झाड़ा सिरहा का 147वां बलिदान दिवस मनाया गया। शहीद झाड़ा सिरहा की प्रतिमा का अनावरण भी इस मौके पर किया गया। कार्यक्रम में बस्तर के सांसद दीपक बैज व चित्रकोट के विधायक राजमन बेंजाम बतौर अथिति शामिल हुए। केशलूर चौक पर पूजा अर्चना कर झाड़ा सिरहा की मूर्ति स्थापित की गई तथा सभा का आयोजन किया गया।सांसद दीपक बैज ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर की आदिम संस्कृति की रक्षा, जल, जंगल, जमीन की सुरक्षा, सामाजिक रीति-नीतियों के संरक्षण और अंग्रेजों के चाटुकार सामंतवादियों द्वारा किए जा रहे शोषण के विरूद्ध सभी आदिवासियों ने झाड़ा सिरहा के नेतृत्व में आवाज उठाई थी।
इसे मुरिया विद्रोह का नाम दिया गया।अपनी कुशल संगठन क्षमता और रणनीति के साथ पूरे दमखम से लड़ते हुए अंग्रेजी फौज के हाथों झाड़ा सिरहा 1876 में वीरगति को प्राप्त हुए थे। उनकी यह वीरगति युगों युगों तक याद रखी जाएगी। बस्तर के में ऐसे अनेक वीर सपूत पैदा हुए, जिन्होंने आदिवासियों के हित में काम करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। ऐसे वीरों के योगदान को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने की जरूरत है। कार्यक्रम में सांसद दीपक बैज, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बलराम मौर्य, रुक्मणि कर्मा, प्रकाश ठाकुर सर्व आदिवासी समाज संभागीय अध्यक्ष, गंगाराम नाग जिलाध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज, बलबीर कच्छ वंशज झाड़ा सिरहा, सहदेव नाग, जगदीश मौर्य मुरिया समाज ब्लॉक अध्यक्ष लोहंडीगुड़ा, सुकलाल नेताम, मोसूराम पोयाम, धनीराम सोरी, गिरधर कश्यप तोकापाल समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।