कोंटा के घर घर में जगाई गई विहंगम योग साधना की अलख

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  • नगर में सद्गुरु सदाफल देव के शिष्यों ने सात दिनों तक चलाया विशेष अभियान

बकावंड ब्रह्मविद्या विहंगम योग संस्थान क्षेत्रीय सद्गुरु सदाफल देव आश्रम से विहंगम योग के प्रचार प्रसार हेतु निकले दल का सुकमा जिले के कोंटा में आगमन हुआ। संस्थान के बस्तर जिला संयोजक शिवबालक कुंवर, क्षेत्रीय कार्यालय बस्तर संभाग के प्रभारी सुनील पिल्ले, संभागीय प्रचार प्रसार प्रभारी रमेश राव, सुकमा जिला संयोजक सुखनाथ जैन, बकावंड ब्लॉक प्रचारक सोनसिंह भारती, संभाग प्रचारक सोमारु राम पोयाम, तोंगपाल छिंदगढ़ की उपदेष्टा लच्छनदेई बघेल, तोंगपाल प्रचारक सोनाली बघेल, बस्तर ब्लॉक प्रचारक रामसाय मौर्य, बकावंड ब्लॉक प्रचारक कमलीवती कश्यप, सोनारु बघेल, दुरमनी बघेल, भगत बघेल व ढलेंद्र नाग, छिंदगढ़ ब्लॉक प्रचारक मेघनाथ व रामसिंह एवं राजा पोयाम का विहंगम योग के प्रचार प्रसार में सराहनीय योगदान रहा। सद्गुरु सदाफल देव महाराज ने ब्रह्मविद्या विहंगम योग के माध्यम से स्वयं को जानने की कला और परमात्म प्राप्ति का सरल व सहज विधि बताई है। संपूर्ण विश्व में सद्गुरु सदाफल देव महाराज ने विलुप्त ब्रह्मविद्या विहंगम योग का पुनः प्रतिस्थापन कर आत्म कल्याण के सहज सूत्र को लोगों तक पहुंचाने के काम पर अनुयायियों को लगाया है। विहंगम योग अद्वितीय है और दुर्लभ है। विहंगम योग सत्य सनातन मार्ग है। ब्रह्मविद्या विहंगम योग, आत्म व परमात्मा का एकमात्र मिलन मार्ग है। संस्थान द्वारा भारतीय संस्कृति के संरक्षण संवर्धन का उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है। विहंगम योग की साधना पद्धति पर विश्व के अनेक देशों में वैज्ञानिक अनुसंधान हुए हैं, जिससे अद्भुत परिणाम प्राप्त हुए हैं। विहंगम योग साधना पद्धति के नियमित अभ्यास से जुड़कर लाखों लाख व्यक्ति अपने सर्वांगीण विकास कर रहे हैं । इस विलक्षण पद्धति के अभ्यास हेतु हमें कोई असामान्य जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता नहीं है । इसके अभ्यास से साधारण व्यक्ति भी अनेक उपलब्धियां प्राप्त कर लेता है। मानव कल्याण के लक्ष्य से प्रचार यात्रा कोंटा ग्राम पंचायत में सभी घरों तक विहंगम योग का प्रचार किया गया। इसमें सद्गुरु के 100 भक्तों व साधकों ने 10 मिनट की इस क्रियात्मक विधि को सीखने में उत्सुकता दिखाई। यह अभियान 15 से 25 मई तक चला। कोंटा में उपदेश के कार्यक्रम हुए घरों में ध्वाजारोहण किया गया। तथा शिव मंदिर प्रांगण में भी अ अंकित श्वेत ध्वाजा फहराया गया। यह कार्यक्रम सद्गुरु के शिष्य व साधक महेश्वरानंद नेताम एएसआई कोंटा थाना तथा शिव मंदिर के संस्थापक पी. विजय नायडू के सौजन्य से एवं मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। महेश्वरानंद नेताम और आलोक गुप्ता ने प्रचार दल को टावेल भेंटकर विदाई दी। सद्गुरु प्रभु द्वारा रचित स्वर्वेद महाग्रंथ का वितरण भी किया गया। प्रत्येक सोमवार नियमित ब्रह्मविद्या विहंगम योग की स्वर्वेद कथामृत तथा सत्संग शिव मंदिर प्रांगण मे संध्या 6 बजे करने का निर्णय लिया गया। आलोक गुप्ता, मौसमी जया अध्यक्ष नगर पंचायत, पत्रकार नवीन व नरसिंह राव, श्री निर्मलकर, संकरी देवी, यतिन कोर्राम, निशिता, दुर्गा भवानी, नम्रता, नंदिनी एवं कोंटा के नए जिज्ञासुओं को विशेष आभार व्यक्त किया गया।