मृत आदिवासी युवती के नाम पर राजनीति न करे भाजपा – निलय

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  • मुद्दा विहीन हो चले भाजपा नेता कर रहे स्तरहीन राजनीति : कश्यप

भानपुरी बस्तर जिले के ग्राम बाकेल में एक आदिवासी युवती की संदेहास्पद मौत का मामले पर अब सियासी रंग चढ़ चुका है। भाजपा ने मौत के लिए कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए बयानबाजी की है। इस पर पलटवार करते हुए युवा कांग्रेस नेता एवं जनपद सदस्य निलय कश्यप ने भाजपा पर स्तरहीन राजनीति करने और आदिवासियों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता केदार कश्यप ने युवती की मौत के लिए क्षेत्रीय विधायक और कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। केदार कश्यप के बयान पर जनपद सदस्य एवं युवा नेता निलय कश्यप ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा मृत व्यक्तियों के नाम पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आती। भाजपा वोट बैंक के लिए मृत आदिवासी युवती का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि जो घटना हमारे क्षेत्र मे घटित हुई है वह दुखद है। घटना की जांच चल रही है। विधायक चंदन कश्यप ने उच्च अधिकारियों से बात कर गंभीरता से जांच करने के निर्देश भी दिया है। केदार कश्यप ने केवल राजनीति के लिए उस मृत युवती का नाम का इस्तेमाल किया है। विधायक चंदन कश्यप ने मृतका के परिजनों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया हैं। साथ ही मैंने ( निलय कश्यप )भी स्वयं बाकेल जाकर परिजनों से मुलाकात की थी और उन्हें न्याय दिलाने जा भरोसा दिलाया है। घटना मे जो भी दोषी पाया जाएगा, उन्हें कठोर सजा दी जाएगी। निलय कश्यप ने कहा है कि भाजपा द्वारा प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के आगमन पर उनके स्वागत को लेकर आरोप लगाना भी उनकी गिरी हुई तर्कहीन सोच को प्रदर्शित करता है। प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत मंगलवार दोपहर को हुआ और घटना का खुलासा भी उसी दिन हुआ है। मुद्दा विहीन भाजपा की आईटी सेल द्वारा कांग्रेस भवन के लोकार्पण की भी झूठी खबर सोशल मीडिया में प्रसारित की गई है। निलय कश्यप ने इसकी भी कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के स्वागत पर सवाल उठाने वाले भाजपा नेता केदार कश्यप तब कहां थे, जब रायपुर में हुई प्रधानमंत्री की सभा मे जाने रहे कार्यकर्ताओं की बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई और हादसे में 2 लोगों की मृत्यु हुई थी। तब प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ की जनता को झूठा भाषण देकर संबोधित करते रहे थे। आज आदिवासी समाज के नाम पर राजनीति करने वाले भाजपा नेता मणिपुर के मामले मे क्यों चुप्पी साधे बैठे हैं। भाजपा शासित राज्य मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनके साथ घिनौनी हरकत की गई। भाजपा ने बस्तर के आदिवासियों का 15 साल तक शोषण किया। इन्हें केवल आज वोट बैंक की चिंता है। मुद्दा बिल्कुल भी इनके पास नहीं है इसलिए कभी आदिवासियों के नाम पर तो कभी धर्मांतरण के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। भाजपा के लोग शिक्षा, स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाएं के बारे मे बात नहीं करेंगे क्योंकि आज प्रदेश मे भाजपा के पास मुद्दा ही नहीं है।