जन आकांक्षाओं को पूरा करेगा कांग्रेस का घोषणा पत्र : बैज

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  • कांग्रेस नेघोषणा पत्र के 36 में से 34 वादे किए पूरे
  • घोषणा पत्र नहीं, झूठ का पुलिंदा बनाती है भाजपा
  • भाजपा ने 2003, 2008, 2013 की घोषणाओं को नहीं किया पूरा : दीपक बैज

जगदलपुर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं बस्तर के सांसद दीपक बैज ने कहा है कि कांग्रेस जो कहती है, वह करती है। इस बार भी कांग्रेस का घोषणा पत्र जन आकांक्षाओं को पूरा करने वाला होगा। 2018 में कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में किसानों, आदिवासियों, युवाओं, महिलाओं से जो वादे किए थे उन्हें पूरा किया है।

पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि 2023 के हमारे घोषणा पत्र में हर वर्ग का पूरा ख्याल रखा जाएगा। कांग्रेस के घोषणा पत्र और उसके किए गये वादों को जनता गंभीरता से लेती है तथा उस पर भरोसा भी करती है। जनता जानती है कि कांग्रेस का घोषणा पत्र उसकी सरकार का विजन डाक्यूमेंट होता है। हम आम आदमी को सशक्त बनाने के लिए योजनाएं बनाएंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले ही घंटे में कांग्रेस के घोषणा पत्र को पूरा करना शुरू कर दिया था। 20 लाख किसानों के 10 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया गया। उसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य सचिव को बुलाकर कांग्रेस का जन घोषणा पत्र देते हुए उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र के हर वादे को पूरा करने हेतु कार्ययोजना बनाई जाए। इसी का परिणाम है कि पौने पांच साल में भूपेश सरकार ने पिछले घोषणा पत्र के 36 में से 34 वादों को पूरा कर दिखाया है।

झूठ की खेती करती है भाजपा

दीपक बैज ने कहा कि तीन बार सन 2003, 2008 और सन 2013 के चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र के फ्रंट पेज में जो 31 वादे किए थे उनमें से 25 को पूरा नहीं किया। कांग्रेस और भाजपा में यही अंतर है। कांग्रेस के लिए घोषणा पत्र वादा निभाने का पवित्र दस्तावेज होता है। जबकि भाजपा के लिए यह एक चुनावी हथियार मात्र होता है। भाजपा ने तीन चुनावों में 150 से अधिक वादे किए थे। उनमें से 30 प्रतिशत को भी पूरा नहीं किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा ने 2003 के चुनाव में हर जरूरतमंद बेरोजगार 12वीं पास युवाओं को 500 रुपए मासिक बेरोजगारी भत्ता देने, लघु एवं सीमांत किसानों को कर्जा माफ करने, प्रत्येक आदिवासी परिवार को एक गाय देने, 1990 तक वनभूमि घर काबिज आदिवासियों को पट्टे व हर आदिवासी परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देंने का वादा किया था। इन्हें पूरा ही नहीं किया। इसी तरह 2008 के चुनाव में धान पर 270 रू. बोनस व किसानों को ब्याज मुक्त ऋण देने की बात कही थी, लेकिन नहीं दिया। 2013 के चुनाव में 2100 रू. धान का समर्थन मूल्य देने का वायदा किया। 300 रू. प्रति क्विंटल प्रतिवर्ष बोनस नहीं दिया। दीपक बैज ने कहा कि भाजपा इस बार भी जनता को ठगने के लिए घोषणा पत्र बनाने की नौटंकी कर रही है अबकी बार तो जनता से राय लेने की बात कर रहे हैं, लेकिन अब जनता भाजपा के भुलावे में नहीं आने वाली है। जनता भाजपा के घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा मानती है।