दल्लीराजहरा – सेल कर्मचारियों के बहुप्रतीक्षित बोनस के मुद्दे पर 13 अक्टूबर को हुई एनजेसीएस कोर कमेटी की बैठक में प्रबंधन द्वारा अड़ियल रवैया अपनाते हुए एकतरफा फैसला लेकर पिछले वर्ष के बोनस की राशि को ही इस वर्ष के बोनस के रूप में घोषित किए जाने के खिलाफ आज सेल की सभी इकाइयों में सीटू ने विरोध प्रदर्शन किया। इसी कड़ी में लौह.अयस्क समूह राजहरा के कर्मचारियों ने सीटू के नेतृत्व में माइंस ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया । प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने सेल प्रबंधन के रवैए की कड़ी आलोचना करते हुए
प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर यूनियन के अध्यक्ष प्रकाश क्षत्रिय ने कहा कि हमारी कंपनी सेल पिछले दोनों वित्तीय वर्ष से में मुनाफे में रही है, तथा वर्तमान वित्त वर्ष में कोरोना महामारी के बावजूद अपनी जान जोखिम में डालकर उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे कर्मचारियों की अपेक्षा थी, कि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में अधिक बोनस मिलेगा। कर्मचारियों की इन्हीं अपेक्षाओं के अनुरूप यूनियनों ने कल की बैठक में प्रबंधन से पिछले वर्ष की तुलना में अधिक बोनस दिए जाने की मांग की थी। जिस पर प्रबंधन ने
यूनियनों की सहमति के बगैर ही पिछले वर्ष के बराबर की राशि बोनस के रूप में दिए जाने की घोषणा कर दी । जिसे सीटू कर्मचारियों का अपमान मानती है, तथा सीटू ने पूरे सेल में प्रबंधन के इस फैसले का विरोध करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत हम आज यह प्रदर्शन करते हुए प्रबंधन से मांग करते हैं कि कर्मचारियों को पूरे सम्मान के साथ बोनस के मुद्दे पर पुनर्विचार कर पिछले वर्ष की तुलना में अधिक बोनस की राशि दी जाए। यूनियन के सचिव पुरुषोत्तम सिमैया ने कहा कि सेल कर्मचारी पूरी मेहनत और लगन के साथ कंपनी के उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाएं रखने में अपनी जान तक कुर्बान कर दे रहे हैं, लेकिन सेल प्रबंधन कर्मचारियों के इस योगदान को नजरअंदाज कर कर्मचारियों के साथ अपमानजनक व्यवहार
कर रहा है। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। अगर जरूरत पड़ी तो पूरी एकता के साथ इस आंदोलन का विस्तार किया जाएगा । उन्होंने कहा कि कल की बैठक में प्रबंधन का रवैया किसी भी कीमत पर बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। प्रबंधन कर्मचारियों की ताकत को कम करके आंक रहा है, प्रबंधन का यह रवैया कंपनी में औद्योगिक अशांति का कारण बन सकता है । इसलिए प्रबंधन को जल्द से जल्द बोनस के मुद्दे पर पुनर्विचार कर कर्मियों के लिए सम्मानजनक राशि की घोषणा करनी होगी। प्रदर्शन में उपस्थित सैकड़ों खदान कर्मियों ने भी प्रबंधन के अडियल एवं नकारात्मक रवैया की जमकर आलोचना की , तथा कहा कि हम आगे किसी भी हद तक संघर्ष में जाने के लिए तैयार हैं ।