- भवन की छत और दीवारों पर उग आए हैं दर्जनों पेड़
- खतरे के बीच काम कर रहे हैं जनपद पंचायत के कर्मी
-अर्जुन झा-
बकावंड जनपद पंचायत बकावंड में इन दिनों ‘जंगल – राज’ का मंजर देखने में आ रहा है। कार्यालय भवन जंगल में तब्दील हो गया है। भवन की छत और दीवारों पर उग आए पेड़ खतरे का आभास करा रहे हैं। जनपद के कर्मचारियों की जान पर कभी भी आफत आ सकती है। बकावंड जनपद पंचायत कार्यालय भवन में उग आए पेड़ तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। छत और दीवारों पर पीपल तथा अन्य प्रजातियों के दर्जनों पेड़ उग आए हैं। यह दफ्तर कम और जंगल ज्यादा नजर आने लगा है। इन पेड़ों की वजह से भवन क्षतिग्रस्त हो रहा है।
जनपद पंचायत के उच्च अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं है। लगातार इन पेड़ों का आकार बढ़ता चला जा रहा है और पेड़ों की जड़ें दीवारों को छलनी करने लगी हैं। छत और दीवारें कमजोर हो चली हैं और उनके धराशायी होने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। जड़ें नींव को भी कमजोर कर रही हैं। भवन को नुकसान पहुंच रहा है। जिसकी वजह से भवन जजेर हो रहा है। बकावंड जनपद कार्यालय में दर्जनों कर्मचारी कार्यरत हैं। इसके अलावा लगभग 90 गाम पंचायतों के पंच – सरपंचों, सचिवों और ग्रामीणों की आमद रफ्त भी वहां बनी रहती है। पंचायत प्रतिनिधियों, कर्मचारियों और ग्रामीणों की जान खतरे में पड़ गई है। स्वयं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसएस मंडावी भी अपने चेंबर में खतरे के बीच बैठे रहकर फाईलें निपटाते रहते हैं, मगर उन्हें इस खतरे का आभास कैसे नहीं हो रहा है, यह आश्चर्य का विषय है।
बीमा करा रखा है, इसलिए हैं बेफिक्र
इस खतरे को लेकर कुछ मीडिया कर्मी जरूर चिंतित हैं और वे सीईओ को इस बाबत आगाह भी कर चुके हैं। फिर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी और जनपद के अन्य कर्मियों की चुप्पी को देखते हुए नगर के बुद्धिजीवी और मीडिया कर्मी अब तो यह भी कहने लगे हैं कि जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और कर्मचारियों ने अपना जीवन बीमा करा रखा है, शायद इसीलिए खतरे को दूर करने का कोई उपाय नहीं कर रहे हैं। लोगों का यह भी कहना है कि अगर कभी कोई अप्रिय घटना हुई तो सिर्फ जनपद के कर्मियों को ही शारीरिक क्षति नहीं पहुंचेगी, बल्कि उन तमाम पंच सरपंचों और पंचायत सचिवों को भी नुकसान होगा, जो अपनी पंचायतों के काम के सिलसिले में रोजाना जनपद पंचायत कार्यालय पहुंचते हैं। साथ ही जनपद कार्यालय के आसपास स्थित घरों, गुमटियों को भी हानि संभावित है। जनपद कार्यालय पूरी तरह पेड़ों और झाड़ियों से ढंक चुका है। ऊपरी मंजिल पर स्थित कमरे में लगे कूलर को भी पेड़ों ने अपनी जद में ले लिया है। भवन के अगले व पिछले हिस्से तथा दांये बांये भाग को भी पेड़ों ने अपनी आगोश में ले लिया है।