कोयलीबेड़ा मुठभेड़ की हाईकोर्ट के जज की निगरानी में हो न्यायिक जांच : दीपक बैज

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  • परिजनों के हवाले से बैज ने मुठभेड़ पर उठाए सवाल
  • मृतकों के परिजनों के आरोपों को गंभीरता से ले सरकार : दीपक बैज
    जगदलपुर बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कांकेर के कोयलीबेड़ा में हुई मुठभेड़ को फर्जी बताया है। उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
    दीपक बैज ने कहा है कि बीते 25 फरवरी को कांकेर के कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र में हुई तथाकथित पुलिस और नक्सली मुठभेड़ में मारे गए लोगों के बारे में उनके परिजनों तथा ग्रामीणों द्वारा गंभीर सवाल खड़ा किए गए हैं। उनका कहना है कि मारे गए तीनों लोग नक्सली नहीं थे। दीपक बैज ने कहा – परिजनों और ग्रामीणों का यह आरोप बेहद चौंकाने वाला है। सभी मृतकों के परिजनों ने मृतकों की बैंक पासबुक, आधार कार्ड, मनरेगा कार्ड, पेन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड जैसे सभी प्रमाण सामने रखे हैं। कांकेर जिला मुख्यालय में मृतकों के परिजन स्वयं शिकायत करने पहुंचे थे। ऐसे में मुठभेड़ बेहद संदिग्ध हो चली है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि मारे गए लोगों की पत्नियों ने कहा कि वे सब चावल, दाल लेकर रस्सी लेने की बात कहकर अपने अपने घर से निकले थे। अभी तेंदूपत्ता बूटा कटाई का समय है। अप्रेल में तेंदूपत्ता तोड़ाई होती है उसके लिए लोग अभी रस्सी जुगाड़ कर लेते हैं। उसी को लेने ये लोग जंगल गए थे। महिलाओं का कहना है कि उनके पति नक्सली नहीं थे और पुलिस के लोग जो समान दिखा रहे हैं, उसमे सच्चाई नहीं है। हमारे पति को नक्सली बताकर मारा गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत बेहद ही गंभीर और संवेदनशील है। आरोप पुलिस पर लगे हैं। इसलिए आरोपों की गंभीरता को देखते हुए यह आवश्यक है कि इस मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश की निगरानी में इस मुठभेड़ की जांच कराई जाए।