दल्ली राजहरा की ट्रैफिक व्यवस्था का कोई माई बाप नहीं, रोज हो रहे हैं हादसे

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  •  बेहाल सिस्टम ने फिर छीन ली एक शख्स की जिंदगी

दल्ली राजहरा नगर में शनिवार रात्रि 9 बजे से 1 बजे के बीच नेशनल हाईवे 930 में कुसुमकसा से डौण्डी के बीच मात्र 11 किलोमीटर के अंतराल में दो गंभीर दुर्घटनाएं घटी हैं, जिसमें एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई तथा कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है।

पहली दुर्घटना रात्रि 9 बजे के करीब बीएसपी में ठेका श्रमिक के रूप में सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी करने वाले अरमुरकसा निवासी सुमन लाल 48 वर्ष की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार वह ड्यूटी के बाद अपनी मोटर साइकिल से घर अरमुरकसा जा रहा था। रास्ते में तिवारी अस्पताल के पास मशीन लेकर जा रहे 14 चक्का ट्रेलर सीजी 07 सीए 6278 के पीछे चक्का से उसकी बाईक टकरा गई और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। मोटर साइकिल ट्रेलर में बुरी तरह से फंस गi थी। लोगों का कहना है कि ट्रेलर में न तो बैक लाइट लगी थी और नहीं नंबर प्लेट थी। गाड़ी मालिक पैसा बचाने के चक्कर में लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस इस पर कार्रवाई क्यों नहीं करती यह सोचने वाली बात है? दूसरी घटना एरोड्रम के पास देर रात्रि हुई, जिसमें दो बड़ी गाड़ियां तेज स्पीड के कारण आमने- सामने से टकरा गईं। इसमें दोनों गाड़ी के परखच्चे उड़ गए तथा गाड़ी में सवार व्यक्तियों को भी गंभीर चोट आई है। घायलों को डौंडी अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर भेज दिया गया है। दोनों ही दुर्घटनाओं में लोगों की लापरवाही नजर आ रही है। लोग काफी गति से गाड़ी चलाने के चक्कर में दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। आपको बता दें कि यह रोड पर दिनों दिन खतरनाक होती जा रही है क्योंकि इस रोड से कच्चे माइंस से आयरन ओर लेकर दर्जनों ट्रक गिधाली तथा रायपुर जाते हैं। डीजल और समय बचाने के लिए ड्राइवरों द्वारा बेहद तेज गति से हाईवा तथा 10 से 16 चक्के के ट्रक को चलाते हैं।

करेला, ऊपर से नीम चढ़ा

यही रोड बस्तर, ओड़िशा और आंध्रप्रदेश को जोड़ती है। जिसके कारण भारी वाहनों से सामान परिवहन का काम यहां से होता है। रोड की चौड़ाई बहुत ही कम है जिसके कारण दुर्घटना होना आम बात है। अधिकतर दुर्घटनाएं रात को ही होती हैं। क्योंकि रोड सकरी होने और वाहनों की गति ज्यादा होने के कारण वाहन चालक रोड का अंदाजा नहीं लगा पाते और दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। बालोद जिले का सबसे बड़ा शहर होने के बावजूद दल्ली राजहरा में ट्रैफिक व्यवस्था दयनीय है। मुख्य मार्ग पर आए दिन ट्रैफिक जाम होते रहता है। दुकानदार भी अपना सामान बेचने के लिए रोड किनारे लगा देते हैं तथा ग्राहकों द्वारा रोड में ही गाड़ी खड़ा कर देने से सड़क की चौड़ाई आधी से कम हो जा रही है। स्टेट बैंक के सामने भी बुरा हाल है। बीएसपी प्रशासनद्वारा वाहन पार्क करने के लिए बनाए गए शेड के नीचे व्यापारियों तथा अन्य लोगों द्वारा गाड़ी खड़ी करने तथा वाहन बिक्री वाले अपना टेंट लगाकर रखते हैं। जिससे बैंक में आने वाले ग्राहकों को रोड पर ही अपनी गाड़ी खड़ी करना पड़ती है।