- जिले में फिर 6 हार्डकोर नक्सलियों ने किया सरेंडर
- आत्समर्पित नक्सलियों में दो महिलाएं भी शामिल
–अर्जुन झा–
जगदलपुर नई सुबह की नई शुरुआत सुकमा जिले के नक्सलियों को खूब पसंद आ रही है। यही वजह है कि बड़ी संख्या में नक्सली और उनके सहयोगी हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने लगे हैं और अपनी जिंदगी की नई शुरुआत कर रहे हैं। सुकमा जिले में प्रायः रोज नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे है। इसी कड़ी आज फिर छह हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
सक्रिय पीएलजीए बटालियन नंबर 1 एवं दक्षिण बस्तर डिवीजन में सक्रिय दो हार्डकोर ईनामी महिला सहित 6 हार्डकोर ईनामी माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया। छग शासन द्वारा इनमें से दो नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपए एवं 4 माओवादियों पर 5-5 लाख रुपए के ईनाम घोषित किए गए थे।छत्तीसगढ़ शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति तथा सुकमा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे पूना नर्कोम अभियान यानि नई सुबह-नई शुरुआत से प्रभावित होकर एवं अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार सुरक्षा कैंप स्थापित होने से प्रभावित होकर इन लोगों ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पित नक्सलियों में सुकमा एवं बीजापुर जिलों के 3 -3 नक्सली शामिल हैं।इन माओवादियों को आत्म समर्पण हेतु प्रोत्साहित करने में नक्सल सेल आसूचना शाखा जिला सुकमा एवं 223 वाहिनी सीआरपीएफ की आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है। सुकमा जिले में बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी., उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, उप पुलिस महानिरीक्षक ऑपरेशनल सीआरपीएफ कोंटा सुनीत कुमार राय, उप पुलिस महानिरीक्षक ऑपरेशनल सीआरपीएफ रेंज सुकमा अरविंद राय, उप महानिरीक्षक के मार्गदर्शन एवं सुकमा के एसपी किरण चव्हाण, 223वीं वाहिनी सीआरपीएफ के कमांडेंट नवीन कुमार के निर्देशन तथा निखिल अशोक कुमार राखेचा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स सुकमा, अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुकमा, आकाश राव गिरेपुंजे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोंटा, उत्तम प्रताप सिंह उप पुलिस अधीक्षक बस्तर फाईटर सुकमा के पर्यवेक्षण में छत्तीसगढ़ शासन की ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ‘पूना नर्कोम अभियान नई सुबह, नई शुरूआत से प्रभावित तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के भय व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय इन 6 हार्डकोर नक्सलियों ने आत्म समर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला किया है।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली
जिन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है उनमें 8 लाख के ईनामी 27 वर्षीय दूधी पोज्जा पिता स्व. सुक्का मुरिया पीएलजीए बटालियन नंबर-1 हेड क्वार्टर टेलर टीम पीपीसीएम निवासी ताड़मेटला स्कूलपारा थाना चिंतागुफा सुकमा, 8 लाख की ईनामी 24 वर्षया दूधी पोज्जे पति दूधी पोज्जा मुरिया पीएलजीए बटालियन नंबर -1 हेड क्वार्टर पार्टी सदस्य निवासी एर्रनपल्ली थाना पामेड़, सुकमा, 5 लाख के ईनामी 51 वर्षीय जयक्का उर्फ आयते कोरसा पिता स्व. बुधरू मुरिया किस्टाराम एरिया कमेटी टेलर टीम कमांडर निवासी पदेड़ा गायतापारा थाना गंगालूर बीजापुर, 5 लाख के ईनामी 30 वर्षीय कवासी मुड़ा पिता मादे मुरिया दक्षिण बस्तर डिवीजन आई टीम कमांडर एसीएम निवासी आऊटपल्ली थाना बासागुड़ा बीजापुर, 5 लाख के ईनामी 65 वर्षीय कारम नारन्ना उर्फ भूमा पिता स्व. मुद्दा दोरला किस्टाराम एरिया जनताना सरकार स्कूल एसीएम निवासी सिंगाराम थाना किस्टाराम सुकमा और 5 लाख के ईनामी 35 वर्षीय रैनू उर्फ मड़कम सुक्का पिता स्व. रामा मुरिया अरनपुर एरिया जनमिलिशिया कमांडर एसीएम निवासी भंडारपदर थाना भेजी सुकमा शामिल हैं। इन लोगों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में डीआईजी अरविंद राय, एसपी किरण चव्हाण, एएसपी निखिल अशोक कुमार राखेचा एवं डीएसपी बस्तर फाइटर उत्तम प्रताप सिंह के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सली दूधी पोज्जे, कोरसा आयते, कवासी मुड़ा कारम नारन्ना एवं रैनू उर्फ मड़कम सुक्का को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में नक्सल सेल आसूचना शाखा जिला सुकमा तथा दुधी पोज्जा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 223 वाहिनी सीआरपीएफ की आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है। सभी आत्मसमर्पित माओवादियों को पुलिस अधीक्षक सुकमा द्वारा कपड़ा, श्री फल एवं प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।
इन घटनाओं में थे शामिल
एक महिला नक्सली ग्राम सिंघनमड़गू के जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल रही। इस मुठभेड़ में कोई नुकसान नहीं हुआ।वर्ष 2011 में ग्राम केड़वाल के जंगल में नक्सलियों के अस्थाई कैम्प पर पुलिस के द्वारा फायरिंग करने की घटना में शामिल रही। उक्त फायरिंग में कोई हताहत नहीं हुआ। वर्ष 2016 में ग्राम पोटकपल्ली के जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल रही, जिसमें 6 नक्सली घायल हुए थे। नक्सली कवासी मुड़ा वर्ष 2017 में मिनपा पुलिस – नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहा। वर्ष 2019 में ग्राम बालनतोंग में अस्थाई कैम्प पर पुलिस द्वारा फायरिंग करने की घटना में शामिल था, जिसमें 2 नक्सली मारे गए थे। कारम नारन्ना उर्फ भूमा वर्ष 2018 में ग्राम साकलेर में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहा। इस घटना में 9 नक्सली मारे गए थे। रैनू उर्फ मड़कम सुक्का वर्ष 2017 में बुरकापाल के जंगल में रोड निर्माण कार्य में लगे सुरक्षा बलों पर फायरिंग करने की घटना शामिल था। वर्ष 2020 में ग्राम मिनपा के जंगल में पुलिस गश्त, सर्चिंग पार्टी पर घात लगाकर फायंरिग करने की घटना में शामिल रहा। वर्ष 2021 में सुकमा -बीजापुर सीमावर्ती क्षेत्र के ग्राम टेकलगुड़ा में पुलिस गश्ती दल पर घात लगाकर हमला करने की घटना में शामिल था।