बरसात का मौसम आ गया, जाम नालियां फिर मचाएंगी कोहराम, पर नहीं टूटी सरपंच और सचिव की नींद

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  •  बकावंड ब्लॉक मुख्यालय में अव्यवस्था का आलम
  • आक्रोशित ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी

अर्जुन झा-

बकावंड कहने को तो बकावंड ब्लाक मुख्यालय, इस गांव की तमाम व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी स्थानीय ग्राम पंचायत पर है और ग्राम पंचायत को उसके कर्तव्य का अहसास

कराने की जवाबदेही जनपद पंचायत बकावंड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की है। अगर ये सभी जिम्मेदार सोते रह जाएं, तो बकावंड के ग्रामीणों का भगवान ही मालिक है। बकावंड ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव की लापरवाही का खामियाजा लगता है यहां के ग्रामीणों को इस साल के मानसून के दौरान भी भुगतना पड़ेगा। मगर इस बार यहां के ग्रामीण जाग उठे हैं और उन्होंने सरपंच, सचिव की लापरवाही के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी भी कर ली है।

बकावंड कस्बे में ग्रामीणों की सुविधा के लिए जो निकास नालियां बनवाई गई हैं, वे यहां के ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गई हैं। नालियों का निर्माण बेतरतीब ढंग से कराया गया है। नतीजतन पानी का बहाव नहीं हो पाता। वहीं कचरा कूड़े ने नालियों को जाम कर रखा है। ग्राम पंचायत नालियों की सफाई नहीं कराती। थोड़ी सी बारिश होने पर नालियों का दम निकल जाता है और सारी गंदगी तथा गंदा पानी आसपास के घरों में घुस जाता है। बरसात के मौसम में तो हालत और भी बदतर हो जाती है। पूरी सड़कें नदी का रूप ले लेती हैं और घर झील में तब्दील हो जाते हैं। घरों में इस कदर पानी भर जाता है कि अंदर रखे कपड़े लत्ते, राशन, बच्चों की कॉपी पुस्तकें, स्कूल यूनिफार्म तक भीग जाते हैं। ग्रामीण नालियों की सफाई कराने की मांग करते करते थक चुके हैं, मगर सरपंच सचिव हैं कि ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। मानसून बस्तर में दस्तक दे चुका है, छिटपुट बारिश का दौर जारी है और अब तेज बरसात शुरू होने वाली है। ऐसे में यहां ग्रामीण अभी से चिंतित हो चले हैं कि पूरे बरसात के मौसम में उनका क्या हाल होगा?

जनवरी से चेताते आ रहे ग्रामीण

ग्रामीणों ने बताया जनवरी फरवरी 2024 की ग्रामसभा बैठक के माध्यम से ग्राम पंचायत को समस्त जाम नालियों के विषय में अवगत कराया गया था, लेकिन अब मानसून आ गया है और नालियों की साफ सफाई अभी तक नही कराई गई है। बंद नालियों के कारण घरों और दुकानों में पानी घुस जाता है लेकिन यहां की सरपंच कलावती की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को हानि हो रही है। समय से पहले नालियों की सफाई नहीं कराई गई तो ग्रामीण जन आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे। आंदोलन की चेतावनी देने वालों में मानसिंह, देवराज, राजू, कंचन, शंकर, मोनू, सुरीज, बलिहार, नीलम बद्रे , माहिपाल, महेंद्र, पदमा, शामनाथ, रघुनाथ, पुरुषोत्तम, विवेक व अन्य ग्रामीण शामिल हैं।

वर्सन

कह देता हूं सरपंच से

सरपंच सचिव को बारिश शुरू होने से पहले नालियों की साफ सफाई कराने के लिए बोलू दूंगा। अब नहीं होगी परेशानी।

एसएस मंडावी,

सीईओ, जनपद पंचायत बकावंड