सुकमा जिलें में सक्रिय 2 ईनामी नक्सली सहित 5 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

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  • नक्सली ने हथियार के साथ किया आत्मसमर्पण

जगदलपुर छत्तीसगढ़ शासन की नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्लानार योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नए सुरक्षा कैंप स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव के चलते बस्तर संभाग के सुकमा जिले में फिर पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें दो ईनामी नक्सली भी शामिल हैं। वहीं एक नक्सली ने हथियार के साथ आत्मसमर्पण किया है।

नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित करने में जिला पुलिस बल, रेंज फिल्ड टीम डीआईजी ऑफिस कोंटा, 50, 219 वाहिनी सीआरपीएफ एवं 208 कोबरा वाहिनी की आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में करटम सुक्का उर्फ हड़मा बटालियन नं. 1 कम्पनी नं.2 प्लाटून नं. 2 सेक्शन ए का पार्टी सदस्य ईनामी 02 लाख रूपए उम्र 41 वर्ष जाति मुरिया निवासी मैलासूर पेदापारा थाना भेजी जिला सुकमा, सोयम बदरा गोमपाड़ आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष एवं वर्तमान जनताना सरकार अध्यक्ष ईनामी 1 लाख उम्र 40 वर्ष जाति मुरिया निवासी गोमपाड़ थाना कोंटा, दिरदो केशा कोर्राजगुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य उम्र 28 वर्ष जाति मुरिया निवासी मैलासूर थाना भेजी जिला सुकमा मुचाकी मासा नागाराम पंचायत मिलिशिया सदस्य उम्र 55 वर्ष जाति मुरिया निवासी नागाराम थाना चिंतलनार जिला सुकमा ने 6 जुलाई को पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में दुर्गाराम द्वितीय कमान अधिकारी 50 वाहिनी सीआरपीएफ, नीरज कुमार सिंह द्वितीय कमान अधिकारी 219 वाहिनी सीआरपीएफ, मनीष रात्रे उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स सुकमा एवं सपन चौधरी,उप पुलिस अधीक्षक डीआरजी सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। नक्सली करटम सुक्का उर्फ हड़मा, दिरदो केशा, मुचाकी मासा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में रेंज फिल्ड टीम डीआईजी ऑफिस कोंटा (आरएफटी), 50, 219 वाहिनी सीआरपीएफ एवं सोयम बदरा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में जिला बल का विशेष प्रयास रहा है।

मड़कम हिड़मा ने डाला हथियार

इसी क्रम में नक्सली सदस्य मड़कम हड़मा सिंदूरगुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य उम्र 38 वर्ष जाति मुरिया निवासी कुमोड़तोंग थाना किस्टाराम जिला सुकमा ने रामकृष्ण तिवारी सहायक कमांडेंट 208 कोबरा वाहिनी एवं मनीष रात्रे उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स सुकमा के समक्ष हथियार के साथ आत्मसमर्पण किया है। नक्सल को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 208 कोबरा वाहिनी की आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है। सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं प्रदाय कराई जाएंगी।