माओवादी नेता ने जवानो पर लगाया 31 महिलाओं के साथ मारपीट का आरोप, लोन वराटू अभियान के तहत 127 नक्सलियों के समर्पण को बताया दिखावा

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बीजापुर। माओवादियों के दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प के बिज्जा को लेकर जारी किए गए अपने बयान के बाद अब माओवादियों के ही गंगालूर एरिया कमेटी के सचिव दिनेश मोड़ियम ने भी एक प्रेसनोट जारी कर गश्त के दौरान सावनार, तोड़का और कोरचोली गांव में 31 महिलाओं के साथ मारपीट करने का आरोप जवानों पर लगाया हैं साथ ही गंगालूर क्षेत्र के पुसनार, बुरजी, हिरोली, डुमीरपालनार और पालनार से मूल आदिवासियों को खदेड़कर वहां शासन द्वारा कैम्प स्थापित करने के प्रयास का भी आरोप लगाया है।

नक्सल नेता दिनेश मोड़ियम द्वारा जारी प्रेस नोट में उल्लेख किया गया है कि 30 अक्टूबर को सावनार, तोड़का और कोरचोली गांव में गश्त पर गए जवानों द्वारा दो गर्भवती महिला समेत 31 महिलाओं के साथ मारपीट की गई है। नक्सली नेता का आरोप है कि सावनार निवासी पुनेम लक्खू को पुलिस गिरफतार कर एंकाउंटर करने जंगल ले जा रही थी। इसी दौरान महिलाओं द्वारा विरोध करने पर गर्भवती महिला हेमला आयती, पुनेम ज्योति समेत हेमला पीड़े, हेमला लक्खे, कुरसम लख्मी, पोटा बायती, लक्खे हेमला, गुटो हेमला, आयती, मारी, हेमला सुक्खी, हेमला मासे, हेमला बोदी और हेमला सुकली समेत 31 महिलाओं से मारपीट की गई। इनमें से हेमला गुट्टो का सिर फटने से वह लहूलुहान हो गई थी। वही दूसरी ओर दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान को बेबुनियाद बताते हुए निर्दोष ग्रामीणों को जबरन समर्पण करवाकर पुलिस द्वारा दिखावा करने का आरोप लगाते हुए इस अभियान के तहत 127 माओवादियों के आत्मसमर्पण को माओवादी नेता ने सफेद झूठ करार देते हुए पुलिस और प्रशासन का दुष्प्रचार बताया है। साथ ही गंगालूर थाना प्रभारी और चेरपाल में पदस्थ कंपनी कमांडर को बर्खास्त करने की मांग करते हुए गिरफतार किए गए चार ग्रामीणों को रिहा करने के साथ ही डीआरजी जवान गोपी, सन्नू, मनेष, सागर, चलूर, मलेष, मंगल, मनीराम, पंडरू व प्रमोद को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की गई है।