बस्तर में शिक्षा के बिखरते उजियारे की खूबसूरत तस्वीर

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  • बस्तर की मातृशक्ति ने बढ़ाए शिक्षा की ओर कदम

-अर्जुन झा-

तोकापाल बस्तर में बिखरते शिक्षा के उजियारे की दो शानदार तस्वीरें रविवार को सामने आईं। एक जगह जहां एक मां अपने छोटे से बच्चे के साथ बैठकर परीक्षा देती नजर आई, तो दूसरी ओर जेल में 70 महिला बंदी भी शिक्षा के इस महायज्ञ में आहूति देती दिखीं। ये दोनों तस्वीरें बदलते बस्तर की दास्तां सुनाती प्रतीत हो रही हैं।

आज 23 मार्च को समूचे बस्तर जिले में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा ने साबित कर दिया है कि बस्तर के लोग अब शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़नेके लिए बेताब हैं। खासकर बस्तर की माता- बहनें और युवा शिक्षित व साक्षर बनने लालायित हैं। इसकी बानगी हमें जिले के विकासखंड तोकापाल के भड़ीसगांव परीक्षा केंद्र और जगदलपुर की सेंट्रल जेल में देखने को मिली। भड़ीसगांव परीक्षा केंद्र में महिला नील कुमारी अपने पांच साल के बेटे के साथ बैठकर परीक्षा देती नजर आई। इसमहिला की साक्षर बनने की ललक बताती है कि अब वह अनपढ़ता के अंधेरे से मुक्त होकर अपना जीवन संवारना चाहती है। निश्चितही यह महिला साक्षर बनने और संख्यात्मक ज्ञान हासिल कर अपने परिवार के सदस्यों को भी शिक्षा की ओर उन्मुख करेगी। इस परीक्षा केंद्र में जायजा लेने सांसद महेश कश्यप और जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल भी पहुंचे थे। सांसद और डीईओ ने परीक्षा दे रही महिलाओं का पुष्प गुच्छ भेंटकर सम्मान किया। एक ऎसी ही खूबसूरत तस्वीर जगदलपुर की सेंट्रल जेल से भी आई है, जहां 70 महिला बंदीनियां उल्लास नवभारत साक्षरता महा परीक्षा में शामिल हुईं।इस तरह बस्तर की वादियों के साथ ही जेल की चारदीवारी के भीतर भी शिक्षा की महक फैल रही है। यह बस्तर के सुनहरे भविष्य का संकेत है।

वर्सन

बेहतर होगा बस्तर का शिक्षा स्तर

आज आयोजित परीक्षा में बस्तर सांसद महेश कश्यप, जिला कलेक्टर हरिस एस ने उपस्थित होकर महिला परीक्षार्थियों का स्वागत किया, महिलाएं अपने बच्चों के साथ एग्जाम देने आई थीं। निश्चित रूप से ऐसी जागरूकता से बस्तर का शिक्षा स्तर बेहतर होगा।

बीआर बघेल,

जिला शिक्षा अधिकारी, बस्तर