प्राकृतिक झरनो के जल कुंड की सफाई और लोगों को शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए नगरपालिका अध्यक्ष कर रहे है भागीरथी प्रयास

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दल्लीराजहरा/ मां झरन मैय्या मंदिर के दोनों बाए व दाएं छोरो प्राकृतिक झरनों का अनुपम खजाना है जहां दाएं छोर पर बीएसपी प्रशासन के द्वारा अपना पहला पानी का पंप हाउस झरन पंप हाऊस का निर्माण लगभग 50 – 55 वर्ष पहले किया था लगभग 20 साल उपयोग करने के बाद इस पंप हाऊस को रेलवे प्रशासन को बीएसपी ने दे दिया जब तक बीएसपी के दो पंप हॉउस तैयार हो गए एक डेम साइड दल्लीराजहरा दूसरा बोडी डेम पम्प हॉउस जो महामाया रोड़ पर स्थित है मंदिर के बाएं छोर पर प्राकृतिक जल स्रोत का नगर की जनता पीने के पानी के साथ साथ निस्तारी करती आ रही है दल्लीराजहरा में साडा का गठन हुआ तब इन प्राकृतिक झरनों को सहेज कर दो कंक्रीट की टंकी का निर्माण किया गया प्रथम टंकी से लोग पीने का पानी के रुप मे उपयोग करते थे दूसरी टंकी का पानी का उपयोग आम जनता निस्तारी के रुप मे करती आ रही है।

प्राकृतिक झरनों के इन जलकुंड के समीप से बारहमासी नाला बहता है जो झरनदल्ली पहाड़ से निकलकर डेम साइड में मिलता है पहले इस नाले की गहराई झरन कुंडों से 25 से 30 फीट नीचे थी लेकिन आज इसकी जमीनी सतह झरन कुंडों से ऊपर हो गई है इन झरन कुंडों की अंतिम सफाई 15 साल पहले नगरपालिका अध्यक्ष पुरोबी वर्मा के कार्यकाल में हुई थी उसके बाद आज तक इन कुंडों की सफाई नही होने से पूरे जलकुंडों की टंकी लगभग 20 फीट फाईस मिट्टी से पट गई हैं जिससे जल स्रोतों को खतरा है।

माँ झरन मैय्या मंदिर व जनकल्याण समिति का गठन वर्ष 2005 में हुआ था तबसे समिति मंदिर निर्माण के साथ साथ प्राकृतिक झरनों को बचाने के लिए लगातार मौखिक व लिखित रूप से शासन, प्रशासन, बीएसपी प्रशासन से इन झरनों को बचाने कुंडों की सफाई कर टंकी के नवनिर्माण की मांग करती आ रही है अगर यहां टंकी का पुनर्निर्माण हो जाता है तो जो श्रद्धालु व आम जनता इन प्राकृतिक झरनों को देखने आती हैं उन्हें इन झरनों को देखने का लाभ मिलेगा वही नगर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा वही कई वार्डो की जनता के साथ साथ आम नागरिकों को पीने का पानी व निस्तारी की समस्या से मुक्ति मिलेगी लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।

झरन कुंड को साफ सफाई कर उसे निकालने वाले पानी को झरण माता मंदिर परिसर स्थित विशाल टंकी में संग्रहित कर उसका उपयोग नगर के कई वार्डो में किया जा सकता है जो वार्डवासियों को पेयजल एवं अन्य उपयोग के लिए होगा समिति के संरक्षक रमेश मित्तल के द्वारा बताये गये प्रस्ताव पर नगर पालिका अध्यक्ष तोरण लाल साहू के द्वारा कम लागत में लोगों को सही और शुद्ध पेयजल पहुंचाने का प्रयास बहुत बेहतरीन माना जा रहा है l अगर यह योजना सफल होती है तो दल्लीराजहरा के आसपास के निवासियों को शुद्ध पानी पहुंचाने की योजना सफल कारगर होगी।

 

पुराना बाजार की समस्याओं को देखने के लिए जब जिला कलेक्टर बालोद इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल दल्लीराजहरा आए थे तब झरण मैया मंदिर समिति के संरक्षक व मंदिर प्रभारी रमेश मित्तल ने विशेष तौर पर झरण कुंड से निकलने वाली शुद्ध पेयजल को व्यर्थ नाले में बहने एवं उसे रोक कर संग्रहित कर नगरवासी के उपयोग के लिए करने की बात की थी l तब जिला कलेक्टर ने कहा था कि भविष्य के दिनों में इस पानी का उपयोग नगरवासी के लिए करने के लिए प्रयास किया जाएगा l उनके निर्देश पर अवलोकन करने के लिए आज नगर पालिका अध्यक्ष तोरण लाल साहू पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पूरोबी वर्मा बीएसपी के अधिकारी,रेलवे के अधिकारी, पीएचई विभाग के कर्मचारी, नगर पालिका परिषद से इंजीनियर भानु प्रसाद , पार्षद संजीव सिंह , गणमान्य नागरिक राकेश द्विवेदी , राकेश सिंह देवांगन , रमेश मित्तल ,महेश सहारे, नरोत्तम सागर, सुरेन्द बहरे, वार्ड पार्षद मोनिका साहू, मालती निषाद, के अलावा अन्य वार्ड वासी भी पहुंचे थे l निरीक्षण उपरांत नगर पालिका अध्यक्ष तोरण लाल साहू ने उपस्थित जनों से साफ सफाई के संबंध में विचार विमर्श किया की किस तरह से जल्द से जल्द इसे सफाई कर नगर वासियों के उपयोग में लाया जा सके l विदित हो कि झरन टंकी का निर्माण बीएसपी के द्वारा करवाया गया था l इसका उपयोग पूरे दल्ली राजहरा नगर वासियों को पेयजल मुहैया करने के अलावा प्लांट के उपयोग के लिए भी होता था l बीएसपी ने जब डेम साइड, हितकसा एवं बोडी डैमसाइट का निर्माण किया तब उन्होंने इस डैम का उपयोग करना छोड़ दिया और समीप के नाले से बहकर आने वाले मिट्टी से धीरे-धीरे झरन कुंडों व डेम पटता गया l

यदि नगर पालिका परिषद की योजना क्रियान्वत होती है तो नगर वासी को प्राकृतिक जल स्रोत से मिलने वाली पानी मिलेगा जानकर लोगों का कहना है कि इस पानी का पीएच मान लगभग 7 के करीब है एवं इस पानी का TDS 72 के आसपास है जो की शुद्ध पेयजल माना जाता है l