दल्लीराजहरा लौह अयस्क खान समूह राजहरा में कार्यरत लगभग 2000 ठेका श्रमिकों की विभिन्न मांगों पर प्रबंधन के उदासीन रवैया से क्षुब्ध यूनियनों सीटू, एटक, इंटक, बीएमएस, छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ, एवं जन मुक्ति मोर्चा ने संयुक्त रूप से कल 28 मार्च को खदान प्रबंधन को अनिश्चितकालीन हड़ताल का नोटिस सौंप दिया।
उल्लेखनीय है कि खदानों में कार्यरत ठेका श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं पर इन तमाम यूनियनों ने संयुक्त रूप से और व्यक्तिगत स्तर पर भी कई बार प्रबंधन को मांग पत्र दिया और चर्चा भी की, लेकिन कुछ समस्याएं ऐसी हैं जिन पर प्रबंधन दो-तीन साल से कछुआ चाल चलते हुए इन मामलों को लटकाए हुए हैं । जिसके कारण ठेका श्रमिकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसलिए संयुक्त यूनियन मोर्चे ने सीजीएम खदान श्री आर बी गहरवार को हड़ताल नोटिस सौंप दिया है। कॉन्फ्रेंस हॉल में हड़ताल नोटिस सौंपते हुए प्रबंधन से चर्चा भी हुई, जिस पर प्रबंधन ने यूनियनों को आश्वस्त किया है कि हड़ताल की तिथि के पूर्व इन तमाम मुद्दों पर विस्तारित बैठक कर समस्याओं का निराकरण कर लिया जाएगा । यूनियन पक्ष ने भी प्रबंधन के समक्ष स्पष्ट कर दिया है कि श्रमिकों की समस्याओं पर प्रबंधन के उदासीन एवं नकारात्मक रवैया से यूनियनें असंतुष्ट हैं।
यूनियन की ओर से कहा गया है कि इस बार ठोस रूप से फैसला होना चाहिए अन्यथा खदानों में अनिश्चितकालीन हड़ताल होकर रहेगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। आज सौंपे गए हड़ताल नोटिस में ठेका श्रमिकों को दी जाने वाली चिकित्सा सुविधा जो की प्रबंधन एवं यूनियनों से चर्चा के बाद तय की गई थी, उस चिकित्सा सुविधा में बड़े पैमाने पर विसंगतियां पैदा हो गई हैं जिससे श्रमिकों को नुकसान हो रहा है। अतः इस समस्या का ठोस निराकरण श्रमिक एवं यूनियन चाहती है।
इसी तरह ठेका श्रमिकों का 20 लाख दुर्घटना बीमा करने की मांग रखी गई है। खदान से सेवानिवृत होने वाले ठेका कर्मचारियों के ग्रेच्युटी प्रकरणों में जानबूझकर विलंब किया जा रहा है अतः तमाम लंबित ग्रेज्युटी प्रकरणों के त्वरित निराकरण की सही नीति बनाई जाए। दल्ली माइंस में निर्माणाधीन पैलट प्लांट में श्रम शक्ति के नियोजन में कोई स्पष्टता नहीं होने के कारण आए दिन विवाद पैदा हो रहा है और भविष्य में विस्फोटक स्थिति बनने की संभावना है। इसलिए इस विषय पर भी स्पष्ट नीति तय की जाए।
उक्त मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं होने पर समस्त खदान कर्मचारी आगामी 11अप्रैल 2025 से अनिश्चित कालीन हडताल पर चले जायेंगे। हड़ताल नोटिस सौंपने एवं प्रबंधन से चर्चा के दौरान सभी यूनियनों के पदाधिकारी बडी संख्या में मौजूद रहे।