- बाकी 23 प्राचार्यों पर भी जल्द गिर सकती है गाज
जगदलपुर कलेक्टर हरीश एस. के निर्देशानुसार एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रतीक जैन के मार्गदर्शन में शिक्षा विभाग में कसावट लाने की मुहिम में जुटे जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल ने दो लापरवाह प्राचार्यों को हटा दिया है। बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की मूल्यांकन ड्यूटी में लगाए गए शिक्षक शिक्षिकाओं को स्कूल से रिलीव नहीं करने के मामले में यह कार्रवाई डीईओ बघेल ने की है। बाकी अन्य प्रचार्यों पर भी जल्द गाज गिर सकती है।
फिलहाल विकासखंड दरभा एवं तोकापाल के दो प्रभारी प्रचार्यों को हटाया गया है, जबकि ऎसी लापरवाही 23 अन्य प्रचार्यों ने की है। इनमें सबसे ज्यादा नौ प्राचार्य अकेले बकावंड विकासखंड के स्कूलों के हैं। डीईओ बीआर बघेल द्वारा जारी आदेश के अनुसार दरभा विकासखंड की शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला छिंदबहार के प्रभारी प्राचार्य एवं व्याख्याता झिरूराम मौर्य को हटाकर उनकी जगह उसी स्कूल के व्याख्याता (एलबी) बुधराम कश्यप को प्रभारी प्राचार्य नियुक्त किया गया है। इसी तरह तोकापाल विकासखंड की शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बड़े मोरठपाल के व्याख्याता एवं प्रभारी प्राचार्य प्रेमबहाल सिंह ठाकुर को हटाकर उनकी जगह इसी स्कूल की व्याख्याता श्रीमती ज्योति जगत ठाकुर को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया है। हटाए गए दोनों प्रभारी प्राचार्यों से आहरण संवितरण का अधिकार भी छीन लिया गया है और यह अधिकार नए प्रभारी प्राचार्यों को दे दिया गया है।
दरअसल बोर्ड परीक्षाएं खत्म होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य शुरू हो चुका है।मूल्यांकन केंद्र जगदलपुर के जगतू माहरा शासकीय बहु उद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में है। जिन शिक्षक शिक्षिकाओं की ड्यूटी मूल्यांकन कार्य के लिए लगाई गई है, उन्हें संबंधित स्कूलों के प्राचार्य रिलीव नहीं कर रहे थे। ऐसे चिन्हित कुल 25 प्राचार्यों को जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल ने शो कॉज नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था। ऐसे लापरवाह प्राचार्यों में सर्वाधिक 9 प्राचार्य बकावंड विकासखंड के हैं। इस संबंध में डीईओ बघेल ने सभी 25 प्रचार्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इनमें 9 प्राचार्य बकावंड ब्लॉक के, जगदलपुर ब्लॉक के 5, तोकापाल ब्लॉक के 3, बस्तर ब्लॉक के 5 और दरभा एवं बास्तानार ब्लॉक के 1-1 प्राचार्य शामिल हैं।डीईओ श्री बघेल ने शोकॉज नोटिस में कहा है कि हाईस्कूल, हायर सेकंडरी, शारीरिक प्रशिक्षण पत्रोपाधि मुख्य परीक्षा वर्ष 2025 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा नियुक्त मूल्यांकनकर्ताओं को तत्काल जगतू माहरा शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जगदलपुर हेतु भारमुक्त करने पत्र प्रेषित किया गया था। वर्तमान में जिले में कक्षा 9वीं से 12वीं तक की वार्षिक परीक्षाएं समाप्त होने के बाद भी मूल्यांकन कार्य हेतु नियुक्त मूल्यांकनकर्ताओं को आपके द्वारा आदेशित संस्था हेतु भारमुक्त नही किया गया है, फलस्वरूप कक्षा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के हिंदी, अंग्रेजी एवं राजनीति विज्ञान विषयों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य प्रभावित हो रहा है। यह कृत्य अतिमहत्वपूर्ण कार्य के प्रति गंभीर लापरवाही को दर्शाता है एवं सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के प्रतिकूल है। क्यो न इस कृत्य के लिए आपके विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही छग माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर को प्रस्तावित की जाए? डीईओ ने कहा था कि तत्काल आदेशित मूल्यांकनकर्ताओं को मूल्यांकन केंद्र हेतु भारमुक्त कर अपना समाधान कारक स्पष्टीकरण पत्र तुरंत जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर प्रस्तुत करें। स्पष्टीकरण समाधानकारक नही होने एवं समय सीमा में प्राप्त नही होने पर एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी। डीईओ के इस पत्र से साफ जाहिर होता है कि प्राचार्य और संबंधित शिक्षक शिक्षिकाएं किस कदर लापरवाह और अपनी मर्जी के मालिक हैं। आख़िरकार जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल ने आज अपने कड़े तेवर दिखा ही दिए। सूत्रों के मुताबिक डीईओ श्री बघेल बचे 23 प्राचार्यों के खिलाफ भी जल्द एक्शन लेने वाले हैं। गौरतलब है कि जिला शिक्षा अधिकारी श्री बघेल बस्तर कलेक्टर हरिस एस और जिला पंचायत सीईओ प्रतीक जैन की मंशा के अनुरूप जिले में शिक्षा व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।