मुख्यमंत्री के पिता द्वारा समय-समय पर हमारे आराध्य पेन पुर का राम के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह उठा समाज को भी विभिक्त करने का प्रयास कर रहें हैं

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जगदलपुर – छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा श्री राम के ननिहाल इस पवित्र बंधन क्षेत्र को राम के द्वारा त्रेता युग में गुजरे हुए मार्गों को राम वन गमन सर्किट पर्यटन एवं आस्था के साथ संरक्षित करने की योजना राम गमन वन पर सर्किट का निर्माण किया जा रहा है जो कि स्वागत योग्य है किंतु महोदय लगातार देखा जा रहा है कि नंद कुमार बघेल मुख्यमंत्री के पिता के द्वारा समय-समय पर हमारे आराध्य पेन पुर का राम के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह उठाते हैं समाज को भी विभिक्त करने का प्रयास कर रहें हैं इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के श्रेष्ठ नेतृत्व के द्वारा भी राम एवं सेतु जैसे संस्कृतिक धरोहर को काल्पनिक बतना भी मुख्य रहा है तीसरी कड़ी में आप सर्व आदिवासी समाज बस्तर संभाग के नाम से संगठन द्वारा राम वन गमन पथ का विरोध किया जा रहा है |

बस्तर मूल आदिवासी समाज सहित अन्य अनुसूचित जाति अन्य पिछड़ा वर्ग समुदाय के अतिरिक्त विभिन्न पंथ सिख बौद्ध जैन द्वारा भी राम को पूजा जा रहा है एवं सदियों से समस्त समाज सामाजिक सद्भाव के साथ रहते हुए आये हैं बस्तर में आदिवासी समाज द्वारा पुरातन काल से ही सनातन संस्कृति पर आस्था रखते हुए उन्हें मनाते आ रहे हैं जिसका प्रमाण बस्तर के हर कोने कोने में विद्यमान श्री राम जी की आराध्य बूढ़ादेव शिव के अनेकों अनेकों शिवलिंग केशकाल रामपाल देवड़ा ढोल काल गणेश जी की प्रतिमा बारसूर मामा भांजा मंदिर कंकालिन काली माता देवी शीतला मां सीता नारायण पाल शिव जैसे कई प्रमाण मिलते हैं जनजाति समूह ने अपने बड़ों का नाम के साथ राम जुड़ा होता है हिडकोराम बलीराम संतराम यह नाम रखना सिर्फ नाम नहीं अपितु ईश्वर का नाम लेकर स्वयं को पूर्ण मानते हैं ऐसेऔर कई आदर्श द्वारा मिलते हैं तथाकथित सर्व आदिवासी समाज बस्तर का समुचित जनजाति समाज विरोध करता है जनजाति गौरव समाज बस्तर संभाग के द्वारा माननीय कलेक्टर महोदय जगदलपुर को ज्ञापन सौंपा गया |


परीश बेसरा, राम प्रसाद मौर्य, धनेश्वर नेताम ,सुखदेव मंडावी, कमलेश विश्वकर्मा ,निलंबर बघेला, यमरु राम यादव ,डूमर बघेल ,गौरव कश्यप ,पवन कुमार नाग ,बंसी कश्यप ,सुदाम कश्यप, महेस कश्यप ,पूरन सिंह बघेल, सेमसिग बेसरा ,सुकलदर कश्यप