जगदलपुर। बस्तर जिले के पुलिस अधीक्षक दीपक झा अपराधियों पर नकेल कसने नगर में बीट प्रणाली लागू किया गया था जिसके तहत् कुछ दिनों तक यह अच्छा कार्य कर रहे थे किंतु अब दो दिन चलो अढ़ाई कोस वाली कहावत को बीट प्रभारी चरितार्थ कर रहें हैं जिससे सट्टा का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है जिसको रोकने किसी प्रकार की योजना नहीं दिखाई दे रही है तो दूसरी तरफ आसना में जुआ रैकेट वर्षों से चल रहा है जिसको जेल से छुटे अपराधियों का सिंडिकेट संचालित कर रहा है जिसकी जानकारी पुलिस को ना होना इंटेलीजेंस फेलवर माना जा रहा है।
नगरीय क्षेत्र अंतर्गत कोतवाली व बोधघाट थाना क्षेत्र के सभी 48 वार्डों में हर ठेलो-खोमचों में , गली-मोहल्लों में सटोरियों ने अपना तंत्र विकसित कर लिया है जिसके कारण अवैध सट्टे का कारोबार जमकर फल-फूल रहा है और इसके विपरित पुलिस अधीक्षक की बीट पुलिसिंग व्यवस्था ध्वसत हो रही है और जिला पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है।इन सबके बीच यह चर्चा जोरों पर है कि बीट प्रभारियों की सटोरियों से मधूर संबंध स्थापित हो रहें हैं जिससे यह कहावत जोरों पर है कि बगल में छोरा और शहर में ढ़िढ़ोरा पुलिस पीट रही है। इसी प्रकार अन्य अपराधों की जानकारी भी पुलिस को पता नहीं चल पा रहा है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब कोतवाली थाना क्षेत्र में नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार ने छापामार 6 जुआरियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने जिस जुआ फंड में दबीश देकर जुआरियों को पकड़ा है उसे संगठित अपराधियों का समूह द्वारा संचालित किया जा रहा है जिसमें अपराधों में शामिल कई सजायाफ्ता लोगों द्वारा यह कार्य किया जा रहा है। यहां तक जानकारी प्राप्त हुई है कि मेन रोड के एक व्यापारी द्वारा ब्याज में पैसा देकर जुआ फड़ संचालित किया जा रहा है।