करंजी धान खरीदी केन्द्र में प्रति क्विंटल 3 किलो किसानों से मारा जा रहा कांटा, बारदाना के अभाव में बड़ांजी में बंद रहा धान खरीदी, टोकन कटाने कोरोना संक्रमण के गाईड लाईन का पालन नहीं

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जगदलपुर – नवीन गुप्ता

जिला मुख्यालय से लगा करंजी धान खरीदी केन्द्र में प्रति क्विंटल लगभग 3 किलो से अधिक नाप-तौल में किसानों से कांटा मारा जा रहा है। प्रबंधक ने कहा कि अधिकारी के आदेशानुसार प्रति बोरे में 41 किलो से अधिक धान की तौल कराई जा रही है। गुरूवार को लोहंडीगुड़ा के बडं़ाजी में बारदाना के अभाव में बंद रहा धान खरीदी। कई केन्द्रों में टोकने कटाने को लेकर नहीं हो रही सामाजिक दूरी का पालन।

बस्तर जिले के कई खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर अव्यवस्था बनी हुई है जिसका शिकार अन्नदाताओं को होना पड़ रहा है। ऐसा ही नजारा करंजी धान खरीदी केन्द्रों में देखा जा सकता है। प्रबंधक एवं खरीदी प्रभारी की मनमानी के आगे किसान भी मौनधारण कर रखे है।

40 के बजाए 41 किलो से अधिक की भर्ती: करंजी धान खरीदी केन्द्र में शासन के आदेशानुसार माप-तौल नहीं किया जाता यहां प्रबंधक एवं प्रभारी की मनमानी चलती है। जिला सहकारी बैंक के जिम्मेदार अफसरों ने बताया कि प्रतिबोरा 40 किलो भर्ती का वजन करना है। करंजी धान खरीदी केन्द्र में प्रत्येक बोरो में 41 किलो से अधिक भर्ती कर धान खरीदी की जा रही है यानि किसानों को प्रति बोरा एक किलो से अधिक डंडी मारी जा रही है। प्रति क्विंटल का अनुपात देखा जाये तो 3 किलो से अधिक धान किसानों से डंडी मारकर लिया जा रहा है जिससे किसानों को 75 रूपए प्रति क्विंटल सीधे नुकसान उठाना पड़ रहा है।

जानकारी के अनुसार 813 किसानों ने धान बिक्री के लिए पंजीयन कराया है जिसमें से 7 जनवरी तक 361 किसानों ने 17 हजार 121 क्विंटल धान की बिक्री कर चुके है जिसमें 305 किसानों का 12 हजार 5 सौ क्विंटल धान लिकिंग के माध्यम से खरीदा जा चुका है।
अधिकारी के कहने पर किया खरीदी: करंजी लेम्पस प्रबंधक ने बताया कि अधिकारी के आदेशानुसार प्रत्येक बोरे में 41 किलो से अधिक की भर्ती धान खरीदी की है। जैसा अधिकारी का आदेश प्राप्त होता है वैसा ही करना पड़ता है।

प्रबंधक एव प्रभारी पर होगी कार्रवाई: जिला सहकारी बैंक के अधिकारी श्री सिंह ने बताया कि 40 किलो भर्ती के साथ खरीदी की जानी है। माप-तौल कर अधिक किया गया है तो प्रबंधक एवं प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

बड़ांजी में बंद रही खरीदी: बड़ांजी धान खरीदी केद्र में बारदाना नहीं होने के कारण 7 जनवरी को खरीदी बंद रही। दोपहर बाद 5 सौ बारदाना की व्यवस्था के बाद अगले दिन 8 जनवरी को 4 किसानों का टोकन काटकर 202 क्विंटल धान खरीदी की गई।