जगदलपुर… बस्तर जिले में खनिज विभाग के माध्यम से रेत खदानों का आबंटन होता है जहां से नियमों का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कर रेत उत्खनन किया जाना चाहिए परंतु जिले में कई जगहों पर अवैध उत्खनन का गोरखधंधा फल फूल रहा है जहां खनिज विभाग की भी मौन सहमति अवैध रेत उत्खनन करने वालों के समर्थन में होती है कम समय में ज्यादा पैसों की लालच में कुछ लोग इस अवैध रेत उत्खनन के कार्य में दिन रात लगे हुए हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर सीमा से लगे हुए ग्राम पंचायत आसना में इन दिनों अवैध रेत उत्खनन का गोरख धंधा जोरों पर है |
ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि आसना के तामाकोनी क्षेत्र में स्थित इंद्रावती नदी में इन दिनों शहर से आने वाले कुछ लोगों के द्वारा रोजाना 10 से 12 ट्रैक्टरों के माध्यम से रोजाना 100 से 150 ट्रिप तक नदी से रेत अवैध रूप से उत्खनन कर शहरी क्षेत्रों के अलावा गांव में भी खपाया जा रहा है वहीं कुछ जगहों पर अवैध उत्खनन कर्ता रेत को भंडारित कर रखते हैं जिसे वर्षा काल में मनमाने ढंग से ऊंची कीमत पर बेच देते हैं ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह सारा अवैध रेत उत्खनन कार्य को ग्राम पंचायत आसना के सरपंच स्वयं के द्वारा संचालित कर रहे हैं और प्रति ट्रैक्टर रोजाना 200 से Rs 300 रुपए वसूलते हैं सरपंच के करीबी लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि रोजाना सरपंच Rs 8000 से Rs 10000 तक अवैध रेत उत्खनन कार्य से कमा लेता है वहीं अवैध रेत उत्खनन होने से गांव की सड़कों की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है तथा बेतरतीब दौड़ती ट्रैक्टरों के कारण लगातार दुर्घटनाओं का भय बना हुआ है जिस जगह पर उत्खनन कार्य चल रहा है वह जगह इंद्रावती नदी के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में आता है जहां नदी अपने सामान्य चौड़ाई से दोगुनी चौड़ी है तथा चंद पैसों के लिए अवैध कार्य में लगे हुए इन पंचायत प्रतिनिधियों के कारण नदी के प्राकृतिक बनावट को भी नुकसान पहुंचने की संभावना बनी हुई है |
सबसे दिलचस्प बात यह है कि अवैध रेत उत्खनन में लगे हुए ट्रैक्टर रेत का परिवहन गांव के सरपंच के घर के सामने से करते हैं बावजूद इसके किसी प्रकार की कार्यवाही का ना होना कहीं ना कहीं आसना के सरपंच की अवैध रेत उत्खनन करने वालों से सांठ गांठ को प्रदर्शित करता है ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए निवेदन किया है कि तत्काल कार्यवाही कर इंद्रावती नदी में चल रहे अवैध रेत उत्खनन कार्य को बंद कराएं तथा इस पूरे अवैध कार्य में लगे हुए पंचायत प्रतिनिधियों के अलावा खेती कार्य करने के नाम पर रजिस्टर्ड ट्रैक्टरों से रेत उत्खनन करने वालों पर कार्यवाही करें