राज इंपिरियल होटल के पास शुभम नामदेव पिता रावेंद्र नामदेव घायल अवस्था में मिला था। जिसका किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा गला काट दिया गया था इलाज हेतु अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई थी। सितंबर 2018 में तीन शातिर आरोपियों ने शुभम नामदेव की हत्या की प्लानिंग की. इस खौफनाक हत्या की प्लानिंग में नितिन लिंबु, दिनेश माहेश्वरी और मेघा तिवारी शामिल थे.
हत्या की प्रमुख वजह
आरोपियों ने बताया कि शुभम नामदेव और उसके पिता रावेंद्र नामदेव जब बलात्कार के आरोप में जेल में थे, तब मुंकु नेपाली और गोलू मारवाड़ी उनको जेल से बाहर निकालने के एवज में 5 लाख रुपये लिए थे. जब शुभम नामदेव जमानत में बाहर आया, तब शुभम मुंकू नेपाली और गोलू मारवाड़ी के पर पैसे को लेकर दबाव बनाने लगा. इसी से तंग आकर तीनों ने वारदात को अंजाम दिया.
कैसे प्लान को अंजाम दिया
मुंकु नेपाली की महिला मित्र मेघा तिवारी को शुभम नामदेव द्वारा मैसेज एवं कॉल करके नजदीकी बढ़ाने की कोशिश की जा रही थी, जिससे तंग आकर तीनों ने मृतक शुभम नामदेव को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
हत्या के पूर्व रात्रि को गोलू मारवाड़ी द्वारा व्हाट्सएप कॉलिंग कर मृतक शुभम नामदेव को जय स्तंभ चौक बुलाया गया और पूर्व बनाई योजना के अनुसार रकम वापस करने और मेघा तिवारी से मुलाकात कराने की बात कह कर दूसरे दिन शाम को करीबन 7:30 बजे मृतक को पेंड्री स्थित पेट्रोल पंप के पास बुलाया गया। आरोपियों द्वारा पहले से ही मोबाइल फ़ोन घर में रख कर घटनास्थल पर उपस्थित थे। शुभम के आने के पश्चात् मेघा उसको शराब पीने के बहाने कार से थोड़ा दूर ले गई। मौका देखकर मुंकू नेपाली कार के पिछले सीट पर बैठ गया और जैसे ही सुभम ड्रायविंग सीट पर बैठा वैसे ही मुंकू खुखरीनुमा धारदार हथियार से एक झटके में उसका बेदर्द तरीके से गला काट दिया गया। मृतक घायल अवस्था में कुछ दूर तक कार चलाते हुए होटल राज इंपिरियल के पास मदद हेतु रुका किंतु इलाज के लिए ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई।
मामले में लगभग 300 लोगों से पूछताछ और 2500 से ज्यादा लोगो के कॉल डिटेल खंगाला गया था | संदेहीयो के नारको एवं ब्रेन मेपिंग टेस्ट से मिली पुलिस को सफलता, ढाई साल बाद पुलिस ने आरोपियों को भेजा जेल |
इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक डी श्रवण के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कविलास टंडन, सुरेश चौबे, जयप्रकाश बढ़ई, के मार्गदर्शन में उप पुलिस अधीक्षक मयंक रणसिंह, रुचि वर्मा, निरीक्षक आशीर्वाद रहटगांवकर, राजेश साहू, केपी मरकाम समेत अन्य लोग शामिल रहे.