गया है जिसका मुख्य कारण अपने-अपने गुट में घिरे हुए छात्रों द्वारा इंकावन स्थापना दिवस भी नहीं मना पाए।दु:ख की बात है कि नेतागण सोशल मीडिया में भी बधाई नहीं दे पाए।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई बस्तर में वैसा कोई भी कार्य नहीं करता जिससे छात्रों का भला हो,वह कार्य जरुर करतें हैं जिसके कारण स्वयं मुंह मियां मिट्ठू बनें रहते हैं। उदाहरण के लिए देखा जाए शहीदों को श्रद्धांजलि देने के नाम पर माज विरहा गुट व मनोहर सेठिया द्वारा अलग-अलग श्रद्धांजलि दी गई। वहीं दो दिन बाद जब स्थापना दिवस समारोह आया तो उससे किनारे लग गये। दूसरी तरफ बस्तर जिला अध्यक्ष शहबाज खां नाम के ही अध्यक्ष रह गयें हैं क्योंकि उनके द्वारा कांग्रेस कमेटी के कार्यक्रम से भी दूरी बनाते हैं और बस्तर जिले के प्रभारी आदित्य सिंह को कोई लेना-देना नहीं है।