बीएसपी द्वारा नगर के प्रति किये जा रहे है भेदभाव का आरोप नागेंद्र चौधरी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य किसान मोर्चा एवं पूर्व एल्डरमैन नगर पालिक द्वारा लगाया गया। कोरोनकाल के इस दूसरे लहर में पूरे जनमानस को अस्त व्यस्त कर दिया है। छग प्रदेश में बैठी कांग्रेस की सरकार हालात को काबू में पाने अब तक विफल है ऐसे में बहुत से उद्योग अपने तरफ से हरसंभव प्रयास कर रही है पर ऐसे में दल्ली राजहरा के बीएसपी मैनजमेंट का ध्यान सिर्फ अपने प्रोडक्शन पर ही है।
खदानों में बिना किसी सुरक्षा के उत्पादन का काम कर्मचारियों से लिया जा रहा है। माइंस के अंदर ना ही सैनिटाइजर, साबुन और मास्क की व्यवस्था है जिससे कर्मचारियों में भयावह स्थिति है। बीएसपी के पास अग्निशमन के गाड़ी होने के बाद भी नगर के टाऊनशिप एव बस्ती को अब तक सैनिटाइज नही किया गया केवल दिखावे के लिए जंहा लोगो की नजर जाए इसलिए केवल एक दिन के मेन रोड को सैनिटाइज किया बल्कि माइंस क्षेत्र से लगे बस्तियों तक आज तक गाड़ी नही पहुंच पाया जबकि भिलाई में हर गली मोहल्ले को बीएसपी द्वारा सैनिटाइज किया जा रहा है। बीएसपी के पास 100 बिस्तर जितनी सुविधा वाले बीएसपी अस्पताल होने का बाद भी उस ना तो कोविड सेंटर और ना ही क्वारनटाईन सेंटर बनाया गया उल्टा संक्रमित कर्मचारियों को तुरंत सेक्टर 9 अस्पताल रेफर कर दिया जा रहा है। बीएसपी के इतना बड़ा अस्पताल स्टाफ एवं डॉक्टरों की कमी के कारण रेफर सेंटर बन के रह गया है।
करोड़ों का प्रोडक्शन कमाने वाले बीएसपी द्वारा नगर के प्रति ऐसा व्यवहार निंदनीय है। बीएसपी के क़वार्टर की हालत भी दयनीय है उच्चाधिकारियों द्वारा अपने परिवार को यंहा से भिलाई शिफ्ट कर दिया जाता है और यंहा निवासरत कर्मचारियों की किसी भी सुविधा का कोई ध्यान नही रखा जाता। पिछले वर्ष रोस्टर सिस्टम लागू किया गया था जिससे संक्रमण खतरा कम था पर इससे अभी तक ना लागू किया गया ना ही कोई अन्य व्यवस्था की गई है। जनता की मांग पे हर बार सीएसआर का पैसा शाशन को देने का बहानेबाजी अधिकारियों द्वारा किया जाता है। ऐसे समय मे बीएसपी को अपने कर्मचारियों एवं नगर के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करे एवं चिकित्सा एवं सुरक्षा की व्यवस्था करें।