दल्लीराजहरा गायत्री परिवार दल्लीराजहरा द्वारा गायत्री शक्तिपीठ मे गुरू पुर्णिमा के पावन पर्व के पूर्व दिवस दिनांक 23/7/2021 को सुबह6.00 बजे से शाम 6.00 तक अखण्ड जाॅप किया गया जिसमे गायत्री परिवार के अलावा अनेक भगतो ने भाग लेकर गायत्री मंत्र का जाप किया ।दिनांक 24/7/2021को सुब्ह 8.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक पांच कुण्डी गायत्री यज्ञ किया गया। जिसमे सैकड़ो शिष्यो ने यज्ञ मे आहूति देकर गुरू को श्रध्दा सुमन अर्पित किए इस अवसर पर मुख्य ट्रस्टी शिव कुमार कलिहारी ध्दारा गुरू की महिमा का बखान करते हुए कहा कि “गुरू ब्रम्हा गुरू विष्णु:,गुरूदेवो महेश्वर: ।गुरूदेव परब्रम्हा तस्वीर श्री गुरूदेव नमः ।
गुरू को ब्रह्म के रूप मे सृजन कर्ता, विष्णु के रूप पालन कर्ता और शिव के रूप मे न्याय कर्ता माना गया है। गुरू वह ,जो कर्तव्य की सत्प्रेरणा प्रदान कर शिष्य को परम श्रेष्ठ लक्ष्य की ओर प्रवृत्त करता है ।केवल यही एक श्लोक गुरू शब्द की महत्ता को स्पष्ट करते हुए पर्याप्त है। एक सर्वोपरि विशेषता है गुरू शिष्य परंपरा।अनादिकाल से चली आ रही यह गुरू शिष्य परंपरा भारतीय संस्कृति की अति उत्तम धरोहर है।
गुरू एक तरफ शक्ति का स्रोत है तो दूसरी तरफ भक्ति का आधार है।तो तीसरी तरफ मुक्ति का मंत्र दाता है।सद्गुरु ईश्वर का दिया हुआ वरदान है।परमपूज्य गुरूदेव पंडित श्री राम शर्मा आचार्य हमारे सर्वस्व है उनकी कृपा से ही हम स्वय का बोध प्राप्त कर सकते है। अतः गुरू पूर्णिमा के इस पुनीत अवसर पर उनके प्रति अपनी श्रध्दा व भक्ति के सुमन अर्पित करना चाहिए इसलिए आप हम सब लोग गुरू की श्रध्दा व भक्ति के सुमन अर्पित करने के लिए एकत्र हुए है।
व्यास पीठ से यज्ञ का संचालन चारू साहू कुमारी चांदनी साहु, चंचल साहु, अलका सोनी, हेमंत साहु, सोहन साहु और राणा ध्दारा संगीत मय यज्ञ का संचालन किया गया। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने मे श्री रूपराम वर्मा, भानुप्रताप साहू, पीताम्बर साहू, राधेश्याम साहु, हिमान्सु साहु नाथूराम साहु कालान्तर सिंहा, देवेन्द्र साहु, सुरेश देवांगन, धर्मेंद्र वर्मा, दीनानाथ दुबे, सविता वर्मा, निर्मला कलिहारी, रेणुका गंजीर, वीणा साहु, मंजू साहू ओमिन साहु,कल्याणी साहु, चंद्रभागा वर्मा वंदना साहु, वीणा साहु, किरण सार्वा, रेखा साहु सावित्री साहु कौशिल्या साहु, केशा देवी साहु उमा सोनी, कविता डे, उषा सिंह, इन्दिरा शिरोमणि माथुर चंचलानीआ,हेमा यादव कुसुम शर्मा, गायत्री चानाब, नागेश जैन आदि सदस्यो का सहयोग रहा |