जगदलपुर
शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारियों को स्थानांतरण नीति के तहत एक जगह से दुसरे जगह उनकी कार्यक्षमता के अनुसार स्थानांतरण किया जाता है. जानकारी के अनुसार, लगातार अधिकारी या कर्मचारी अमूमन तीन वर्ष एक जगह पर अपनी सेवा पूरी करने के पश्चात शासन द्वारा नियमानुसार दूसरी जगह विभागीय पदोन्नति अथवा सामान्य रूप से स्थानांतरित किये जा सकते हैं. लेकिन, शासन के कई विभागों में पदस्थ कुछ कर्मचारी, वर्षों से एक ही जगह पदस्थ होकर स्थानांतरण नियमों का खुला उल्लंघन कर रहे हैं.
बस्तर जिले के आबकारी विभाग में पदस्थ सिपाही कई वर्षों से शहर के आबकारी कार्यालय में पदस्थ है. मिली जानकारी के अनुसार, विभाग में सिपाही के रूप में कार्यरत यह कर्मचारी, कुछ विभागीय अधिकारियों की कृपा दृष्टि के कारण इस कार्यालय में बतौर सेल्समेन, अपना कार्यभार संभालना प्रारंभ किया था. माया की दृष्टि दिखाकर उसने स्थानीय भाजपा शासनकाल में कुछ जनप्रतिनिधियों को अपने विश्वास में ले, यहाँ से मुख्यालय तक अपने को बतौर स्थायी कर्मचारी पदस्थ करा लिया. आबकारी कार्यालय में पदस्थ होने के बाद इस कर्मचारी के तेवर दिनोदिन रंग दिखाने लगे. अपने आप को स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर विभागीय मंत्री का चहेता बताकर इसके द्वारा आबकारी विभाग के निरीक्षक से लेकर आला-अधिकारियों को भी अपने विश्वास में लिया जाने लगा.
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जानकारी के अनुसार, पिछले सरकार के शासन काल में कुछ ऐसे आबकारी अधिकारी भी आये जिन्होंने इस निम्न स्तरीय कर्मचारी के कार्यकलापों पर विश्वास न कर उसे किनारे लगाने की कोशिश भी की, लेकिन स्थानीय होने का फायदा उठाकर इसने कई माध्यमों से अथवा माया का प्रभाव दिखाकर वैसे अधिकारियों को इसके द्वारा किनारे लगा दिया गया. इस कर्मचारी से पीड़ित कई पूर्व आबकारी निरीक्षिक एवं अधिकारी ने बताया कि यह कर्मचारी अपने किसी भी काम को साधने के लिए अधिकारियों को कई-कई प्रकार के प्रलोभन देने की कोशिश करता है. जिसमें, तन-मन-धन के अलावा और भी कई प्रकार के प्रलोभन शामिल होते हैं. सरकार बदलने के साथ ही जब से कांग्रेस की सरकार आई है, विभागीय अधिकारी भी बदले जा चुके हैं लेकिन उक्त कर्मचारी कई वर्षों से वहीँ के वहीँ पदस्थ रहकर स्थानीय अन्य विभाग के कर्मचारियों को धता दिखा रहा है.
कुछ अख़बार-नवीसों ने पहले भी इस अदने आबकारी कर्मचारी के बारे में कई प्रकार के समाचार प्रकाशित किया था लेकिन, कई प्रकार के प्रलोभनों के कारण अथवा जनप्रतिनिधि एवं उच्च-अधिकारियों से सांठ-गाँठ होने के कारण अब तक यह कर्मचारी विगत कई वर्षों से इसी कार्यालय में इसी पद पर पदस्थ है. जबकि, इसी कार्यालय में दर्जनों कर्मचारी एवं अधिकारी नियमानुसार पदोन्नति अथवा स्थानांतरण नीति का लाभ लेकर दुसरे स्थानों पर पदस्थ होकर अपनी सेवाएं शासन को दे रहे हैं. लेकिन, इस कर्मचारी के लगातार कई वर्षों से एक ही जगह पदस्थ होने के पीछे क्या कारण है, अब तक आम जनमानस के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर इस कर्मचारी का स्थानांतरण आज तक आखिर क्यों नहीं हो रहा है.
इस सम्बन्ध में आबकारी अधिकारी एल के गायकवाड़ ने बताया कि ऐसे मामलों में राज्य शासन की पालिसी होती है, स्थानीय स्तर पर कुछ नहीं होता. इस सम्बन्ध में राज्य से ही जानकारी लीजिये.
राज्य आबकारी आयुक्त निरंजन दास को अधिक जानकारी लेने के लिए कॉल किया गया लेकिन उन्होंने व्यस्तता के चलते कॉल रिसीव नहीं किया और न ही खबर लिखे जाने तक उनका दोबारा कॉल आया.