बालोद – 17 साल पहले दोस्त की हत्या कर दफना दिया था शव अब खुद पुलिस के सामने किया आत्मसमर्पण | आखिर क्यों दफ़न राज उजागर किया युवक ने | बालोद थाना क्षेत्र के ग्राम करकाभाट में रहने वाले एकटीकम कोलीयारा उम 40 वर्ष ने यह कहा है कि फरवरी 2003 में मैंने अपने दोस्त छबेश्वर गोयल की हत्या करके उसे दफना दिया है। युवक के सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस युवक के बताये स्थान पर खुदाई कर रही है | शव के अवशेष तलाशने में पुलिस प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। आरोपी टीकम कोलीयारा का कहना है कि मृतक छबेश्वर की आत्मा परेशान करती है। जिसके कारण मैं एक बैगा के पास भी जा रहा था और उसी नहीं सलाह दी कि अपना अपराध कबूल लो और मैं थाने जाकर सबकुछ उगल दिया । कानून इन बातों को नहीं मानती पर फिर भी आरोपी हत्या जैसे अपराध के बारे में जानकारी दी है सच्चाई जानने के लिए यह खुदाई हो रही है। आरोपी इस बात पर अड़ा हुआ है कि मैंने अपने दोस्त को मारकर दफनाया |
गांव की लड़की के साथ छेड़छाड़ के बाद किया था हत्या
छबेश्वर की हत्या करने का दावा करने वाले टीकम ने बताया कि साल 2003 फरवरी माह में छबेश्वर गांव की लड़की आरोपी की प्रेमिका के साथ छेड़छाड़ किया था। लड़की ने इस घटना की जानकारी उसे बताई। टीकम ने बताया कि छबेश्वर के साथ उनकी अच्छी दोस्ती थी। जिसके बाद छबेश्वर के साथ की ओर गया और शाम 7 बजे के करीब अपने दोस्त को बेहोशी की दवा देकर लोहे के रॉड से छबेश्वर के सिर पर हमला कर उसकी हत्या कर दी थी । गांव वालों व दोस्त के परिवार वालों, किसी को शक ना हो इसलिए छबेश्वर की आवाज में उनके घर वालों को फोन करके यह कह दिया कि मैं कमाने खाने के लिए बाहर जा रहा हूं और कभी लौट कर नहीं आऊंगा। मुझे ढूंढने की कोशिश भी मत करना। कथित आरोपी का कहना है कि उनके इस तरह चाल चलने के बाद कभी छबेश्वर के घर वालों ने भी उन्हें खोजने का प्रयास नहीं किया और उसका यह राज दफन रहा।
मामले में उच्च अधिकारियों से अनुमति लेकर पुलिस की टीम, एसडीओपी, तहसीलदार, नायाब तहसीलदार के साथ घटना स्थल की हत्या कर दफन करने का दावा करने वाले टीकम के द्वारा बताए जगह की खुदाई की जा रही है। पहले दिन खुदाई के दौरान कुछ नही मिला रविवार को फिर खुदाई की जाएगी।
आरोपी टीकम ने बताया की उनकी हत्या करने के बाद अपनी पत्नी के साथ काम करने पुणे(महाराष्ट्र) चला गया था। पर जबसे वह गाँब आया है तबसे वह काफी परेशान है। छबेश्वर का आत्मा परेशान कर रहा है। टीकम ने बताया कि वह हत्या करने के बाद घबरा गया था। जब छबेश्वर के घर वाले लगातार खोजबीन की तो अच्छा नही लगा इसलिए वह गांव के एक लेडलाइन में फोन लगाता था व छबेश्वर बनकर उनके माता पिता से बात करता था।