जनजातियों के गौरवमयी इतिहास व महानायको के बलिदानों को पिछले 70 सालों तक नहीं मिला सम्मान ना ही अधिकार
अजजा मोर्चा मण्डल भानपुरी के करन्दोला व रोतमा में जनजाति गौरव दिवस पर हुआ कार्यक्रम, भगवान बिरसा मुंडा की मनायी गयी जयंती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भगवान बिरसा मुंडा जंयती को जनजाति गौरव दिवस घोषित करने के बाद पहली बार ग्राम करन्दोला में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनायी गयी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने भगवान बिरसा मुंडा जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया तथा उपस्थित समाज को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद जिन्होंने भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती को जनजाति गौरव दिवस के रूप में बनाने का घोषणा किया, बिरसा मुंडा जी के जीवनी के बारे में बताते हुये कश्यप जी ने कहा कि हमारी जनजातियों का भारत की स्वतंत्रता और समृद्धि में बहुत बड़ा योगदान हैं, देश की संस्कृति और इतिहास को उन्होंने अपने परिश्रम से सींचा है, लेकिन दुर्भाग्वश दशकों तक हमारे जनजातीय भाइयों बहनों को ना उनका अधिकार मिला ना ही सम्मान आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी ने उन्हें सम्मान भी दिया और अधिकर भी ।जब बिरसा मुंडा युवा अवस्था में थे तब उन्होंने देखा कि जनजाति समाज को मिशनरी एवं अंग्रेज बरगलाकर उनका धर्मांतरण करवा रहे हैं, बिरसा मुंडा जी सदैव समाज को जोड़ने का कार्य करते रहे, वो प्रकृति को भगवान मानते थे जिसका असर आज भी देखने को मिलता है परंतु आज आदिवासी संस्कृति पर पुन: आघात हो रहा है इससे हम सबको संगठित होकर लड़ने की आवश्यकता है आदिवासी समाज सदैव सनातनी रहे हैं परंतु आज कई देश विरोधी ताकते हम सब को सनातनी से दूर करने का प्रयास कर रहे हैं इससे हमें पूरे समाज को बचाना है।
पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित थे।