खदान मजदूर संघ भिलाई संबंद्ध भारतीय मजदूर संघ राजहरा शाखा के अध्यक्ष किशोर कुमार मायती ने महाप्रबंधक नगर प्रशासन विभाग, टाउनशिप आई.ओ.सी. राजहरा को ज्ञापन सौंपा और संघ के सदस्य मनीराम जो राजहरा खदान समूह में सुरक्षा गार्ड के पद पर कार्यरत हैं उन्हें ठेकेदार द्वारा दिए गए चेतावनी पत्र और कार्य से निकाले जाने के लिए दिए गए पत्र को अमानवीय बताया। ये पुरा खेल ठेकेदार द्वारा पूर्व नियोजित तरीके से किया गया है ईसकी भी शिकायत संघ ने की है।
मनीराम पिछले 02 वर्षों से भारतीय मजदूर संघ का सदस्य है। विगत 03 माह के भीतर उनके परिवार में पहले उनकी माता जी का निधन हो गया और उसके कुछ ही दिनों बाद उनकी पत्नी का भी निधन हो गया। जिसके कारण उसकी मानसिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह ड्युटी कर सके। क्योंकि सुरक्षा गार्ड की ड्युटी जिम्मेदारियों से भरी होती है। मगर इतनी बढ़ी घटना हो जाने के बाद ठेकेदार द्वारा अमानवीय तरीके से मनीराम को कार्य से निकालने का कुत्सीत प्रयास किया जा रहा हैm जो कि शर्मनाक है। मानवता के आधार पर इस तरह का कृत्य बिलकूल भी शोभा नहीं देता है। कि अगर किसी भी श्रमिक के परिवार में लगातार उसकी माताजी और फिर कुछ दिन बाद उसकी पत्नी का निधन हो जाने पर उस श्रमिक की क्या मानसिक स्थिति होगी आप सोच सकते हैं। ऐसे समय में ठेकेदार और प्रबंधन द्वारा उसकी किसी तरह मदद करने के बजाय उसको कार्य से निकालने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।वर्तमान में मनीराम के परिवार में उसकी एक 12 वर्ष की लड़की है, जिससे पालन पोषण और पढ़ाई लिखाई की पूरी जिम्मेदारी उसके पिता मनीराम के ऊपर है। ऐसे में ठेकेदार द्वारा मनीराम को नोटिस देना कहीं से भी मानवीय नहीं लगता है।
संघ ने आगे कहा कि कि मानवता के आधार पर मनीराम को किसी प्रकार का चेतावनी पत्र न दिया जावे और उसे पूर्व की तरह कार्य करने दिया जावे। क्योंकि मनीराम द्वारा ठेकेदार से मिलने तीन बार मिलाई गया था। मगर ठेकेदार ने एक बार भी उससे मुलाकात नहीं किया। जबकि राजहरा खदान में सुरक्षा गार्डों से संबंधित सभी समस्याओं के समाधान के लिए ठेकेदार को स्वयं राजहरा आना चाहिए। मगर ठेकेदार राजहरा न आकर सुरक्षा गार्डों पर दबाव बना कर कार्य से निकालने की धमकी देकर कार्य कर रहा है मगर प्रबंधन के उच्च अधिकारियों द्वारा उस पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है। ठेकेदार द्वारा मनीराम को भिलाई में आकर ड्युटी करने की लिखित पत्र आपको भी दिया है। जो कि बिलकूल ही अनुचित है। मनीराम पर अपनी 12 वर्ष की पुत्री की भी पुरी जिम्मेदारी है।मगर ठेकेदार और प्रबंधन के उच्च अधिकारियों द्वारा ठेकेदार के साथ मिलकर इस तरह अमानवीय कृत्य करना शर्मनाक है।
अगर भिलाई किसी को भेजना ही है तो अभी जिसे मनीराम के बदले कार्य पर लगाने की बात की जा रही है उसे भिलाई ड्युटी में रखा जावे। यहां एक बात और स्पष्ट करना जरूरी है कि ईस ठेके में 25 सुरक्षा गार्ड लगे हुए हैं और 6 श्रमिकों के पीछे एक रिलीवर भी लगें हैं जो नियम अनुसार है। और कुल 29 सुरक्षा गार्ड राजहरा खदान समूह में सुरक्षा के कार्य में लगे हुए हैं।मगर इसमें ठेकेदार द्वारा भिलाई के उच्च अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर 02 नये रिलीवरो की भर्ती की गई और संघ को ऐसी जानकारी मिली है कि उसे अनुमोदन भिलाई आई आर विभाग द्वारा नियम विरुद्ध दिया गया है।इन्हीं सब कारणों से ठेकेदार राजहरा के अधिकारियों की बात नहीं मानते हुए अपनी मनमर्जी करने में लगा हुआ है।
मनीराम की अनुपस्थिति रहने पर कंपनी को किसी तरह का आर्थिक नुकसान नहीं हुआ हैक्योंकि कंपनी द्वारा 25 गार्ड पर 04 रिलिवर रखा गया था। किन्तु उसके बाद भी 02 रिलिवर और रखा गया है। जिसकी अनुमति आई.आर. विभाग द्वारा दिया गया है। और उसी आधार पर दल्ली राजहरा के नगर प्रशासक द्वारा अनुमोदन किया गया है ।
अंत में किशोर कुमार मायती ने कहा कि अगर ठेकेदार और प्रबंधन मनीराम के साथ किसी भी तरह का अनुचित व्यवहार करते हैं तो संघ कड़े कदम उठाने के बाध्य होगा और उसकी पुरी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।