जगदलपुर। भानपुरी थाना इलाके के पीपलावण्ड त्रिमूर्ति गिट्टी खदान में शुक्रवार की रात पोकलेन हादसे में बाघमोहलई के किसान पुत्र पीलुराम की मौत हो गई। किसान के इकलौते चिराग की मौत का ज्मिेदार कौन? किसकी अनुमति से रात को खदान में खुराई की जा रही थी। ज्ञातव्य हो कि भानपुरी थाना क्षेत्र के पीपलावण्ड में एक आदिवासी के नाम से गिट्टी खदान उत्खन की अनुमति खनिज विभाग द्वारा दी गई है। उक्त खदान को किराये पर गैर आदिवासी के द्वारा संचालित किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार की रात पोकलेन से उत्खनन का कार्य किया जा रहा था।
खदान में पर्याप्त लाईट की व्यवस्था नहीं होने के कारण पोकलेन का आपरेटर गड्ढे का आंकलन कर नहीं पाया जिसके कारण पोकलेन गड्ढे में जा गिरी। आपरेटर पोकलेन के नीचे दब गया जिसको उपचार के लिए मेकाज ले जाया जा रहा था जिसकी रास्ते में ही मौत हो गई। मृतक बागमोहलई का निवासी है। किसान का इकलौता चिराग चल बसा: बताया जा रहा है कि बस्तर विकासखंड के मोहलई के निवासी पीलूराम उम्र 23 वर्ष जो इकलौता बेटा था इसके पिता खेती किसानी किया करते है। इकलौते पुत्र की मौत से पिता का एक मात्र सहारा छीन गया। पीलूराम की मौत से इसका पूरा परिवार सदमे में है। सुरक्षा मानको की अनदेखी कर रात में खुदाई: विशेष सूत्रों से यह जानकारी मिली है कि जितने एरिया में उत्खनन की अनुमति थी उससे ज्यादा एरिया में रात्रि के समय अवैध उत्खनन कर शासकीय भूमि को कब्जा करने को लेकर रात्रि में काम किया जाता था जबकि संबंधित विभाग द्वारा रात्रि में उत्खनन एवं खुदाई की अनुमति नहीं है तो फिर किसकी अनुमति से खुदाई कराई जा रही थी। खदान संचालको को सभी सुरक्षा मानको का पालन करते हुए कार्य कराने का आदेश दिया जाता है लेकिन खदान संचालको के द्वारा उक्त खदान में सुरक्षा मानको को दरकिनार किया गया था। मजदूरों के पास भी सुरक्षा मानको का एक भी सुरक्षा कवच उपलब्ध नहीं कराया जाता है आखिरकार उक्त किसान पुत्र की मौत का ज्मिेदार कौन?
पुलिस को शिकायत का इंतजार:
शुक्रवार की रात भानपुरी थाना क्षेत्र में घटित घटनास्थल का मुआयना करने थाने से कोई भी स्टाफ शनिवार की शाम तक नहीं पहुंच पाया था वहां के थाना प्रभारी से जब चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि घटना की शिकायत नहीं मिली है। घटना की शिकायत मिलने पर टीम भेजकर घटना की जांच कराई जायेगी। मामले की होगी जांच: बस्तर एसडीएम वर्मा ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जायेगी जिसमें यह देखा जायेगा कि रात्रि के समय खुदाई की अनुमति है या नहीं और सुरक्षा मानको का पालन हो रहा है या नहीं इन सारे बिंदुओं पर जांच कराने की बात कही।