भाजपा समर्थित सरपंच ने थाने में पहुंचकर पत्रकार को धमकाया, कहा शिकायत वापस लो

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टाल-मटौल कर रहीं बस्तर थाना प्रभारी, अब तक आरोपियों की नहीं हुई गिरफ़्तारी
छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट वेलफेयर यूनियन सौंपेगी भाजपा जिलाध्यक्ष को ज्ञापन, मामला पत्रकार पर हमले का

जगदलपुर

पत्रकार सुरक्षा कानून बनाकर पत्रकारों को सुरक्षा देने का दावा सरकार अवश्य करती है किन्तु आये दिन पत्रकारों पर हमले होते ही रहते हैं. पिछले दिनों पत्रकार केमेंद्र ठाकुर पर कोलचूर ग्राम पंचायत के सरपंच रमेश बघेल द्वारा राह रोककर जान से मारने की धमकी एवं अश्लील गाली-गलौज का मामला सामने आने के बाद इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक के पास की गई. शिकायत के कई दिनों पश्चात बस्तर थाना प्रभारी के द्वारा दूरभाष पर सुचना देकर प्रार्थी पत्रकार को रात्रि 08:00 बजे अपना बयान दर्ज कराने थाने बुलाया गया, किन्तु रात्रि पहर होने के कारण सुबह बयान देने की बात कहकर प्रार्थी जब दुसरे दिन दोपहर अपना बयान दर्ज कराने थाने पहुंचा तो थाने परिसर में हमलावर सरपंच पहले से ही मौजूद था और उसने प्रार्थी पत्रकार को देखते ही पुनः जान से मारने की धमकी देने एवं अश्लील भाषा में गाली देना प्रारंभ कर दिया.

विवाद बढ़ते देख उक्त पत्रकार ने अपने वरिष्ठ पत्रकारों को इसकी जानकारी दी. मामले की गंभीरता को समझते हुए जब पत्रकारों द्वारा बस्तर थाना प्रभारी से उक्त घटना पर चर्चा की गयी तो उनका कहना था कि मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है फिर भी मैं पता कराती हूँ कहकर मामले को टालने का प्रयास किया गया. किन्तु, थाने परिसर में उपस्थित थाने के सिपाही एवं कई अन्य लोगों द्वारा सरपंच को पत्रकार को गाली-गलौज कर धमकाते हुए देखा गया. जब इस मामले में बस्तर थाना प्रभारी द्वारा कोई विशेष रूचि नहीं दिखाई गयी एवं प्रार्थी पत्रकार से बयान लेने में भी आना-कानी की गयी तब प्रार्थी पत्रकार द्वारा भानपुरी के पुलिस अनुविभागीय अधिकारी को दी गयी. उन्होंने मामले में तुरंत हस्तक्षेप करते हुए थाना प्रभारी को निर्देश दिए की इस मामले में अतिशीघ्र कार्यवाई की जाए. इस बीच प्रार्थी पत्रकार को बस्तर थाने से जुड़े एक सिपाही जो परचनपाल में निवासरत है, उनके द्वारा इस मामले में समझौता करने हेतु दबाव बनाया जा रहा है. सिपाही का कहना है कि इस मामले को आगे न बढाते हुए तुम समझौता कर लो नहीं तो भविष्य में तुम्हे अन्य मामलों में परेशानी का सामना करना पड़ेगा.

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गौरतलब है कि उक्त घटना को करीब 72 घंटे से ऊपर हो चुका है लेकिन अब तक हमलावर सरपंच व अन्य लोगों पर कोई कार्यवाई नहीं की गयी है. इस घटना को निंदनीय बताते हुए छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट वेलफेयर यूनियन के प्रदेश सचिव के नेतृत्व में उक्त भाजपाई सरपंच के विरुद्ध पत्रकारों का दल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित बस्तर जिला अध्यक्ष रूप सिंह मंडावी को ज्ञापन देगा और मांग करेगा की की समाज के चौथे स्तंभ पत्रकार जो अपनी जान जोखिम में रखकर समाज में घट रही घटनाक्रम को सामने लाने का प्रयास करते हैं उनके ऊपर उक्त भाजपा समर्थित सरपंच द्वारा अपना निजी स्वार्थ सिद्ध नहीं होने पर ऐसा कृत्य किया जाता है जिसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई की जाए.