स्थानीय और बाहरी मजदूरों में भेदभाव का आरोप लगाते हुए जनमुक्ति मोर्चा ने पैलेट प्लांट के निर्माण कार्यों को रोकने की मांग किया है जनमुक्ति मोर्चा ने अनुविभागीय अधिकारी को लिखे पत्र में कहा है की पैलेट प्लांट निर्माण कार्य में स्थानीय मजदूरों को काम से बाहर किया जा रहा है और भिलाई तथा बाहरी लोगों को काम में दिया जा रहा है उन्हें सेफ्टी ट्रेनिंग तथा आवासीय सुविधा भी प्रदान किया जा रहा है |
जनमुक्ति मोर्चा के सचिव बसंत रावटे ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा मुख्य नियोक्ता के नेतृत्व में दल्ली मॉइस क्षेत्र में स्थानीय बेरोजगारों को कार्य में रखने के झूठे वादो के साथ जन सुनवाई कर पैलेट प्लांट स्थापित किया जा रहा है, परन्तु पैलेट प्लांट के निर्माण के दौरान ही पांचवी अनुसुचित क्षेत्र के बेरोजगारों को स्थानीय होने के आरोप के साथ काम से बाहर कर दिया जा रहा है
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वही पैलेटप्लांट के प्रभारी व सम्बंधित ठेकेदार द्वारा अभी तक 50 स्थानिय मजदूरों को काम से बाहर का रास्ता दिखा चुका है । जिससे क्षेत्र मे गम्भीर रूप से आदिवासी युवाओ को भिलाई इस्पात संयंत्र के इस नीति के खिलाफ आकोश पनप रहा है | जनमुक्ति मोर्चा ने अपने 5 सूत्रीय मांग में कहा है की पैलेट प्लांट के संबंधित ठेकेदार व अधिकारी के द्वारा स्थानीय का हवाला देकर काम से बाहर करने वालो के उपर अनुसुचित जन जाति एक्ट के तहत् गिरिफ्तार किया जाए । स्थानीय को काम से बाहर कर बाहर के मजदूरों का सेफ्टी ट्रेनिंग पर अविलम्ब रोक लगाया जाये ।